शेयर बाजार धराशायी, सूचकांक 3 साल में पहली बार 29 हजार के नीचे

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मुंबई। देशभर में कोरोना वायरस के बढ़ते मामलों तथा टेलिकॉम कंपनियों पर बकाया एजीआर पर सुप्रीम कोर्ट के सख्त रुख का बुधवार को शेयर बाजार पर गहरा असर पड़ा और और सेंसेक्स तीन साल में पहली बार 29 हजार के नीचे बंद हुआ।

बीएसई का सेंसेक्स 1709.58 अंकों (5.59%) की बड़ी गिरावट के साथ 28,869.51 पर बंद हुआ। नैशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) का निफ्टी 425.55 अंक (4.75%) फिसलकर 8,541.50 पर बंद हुआ। दिनभर के कारोबार में सेंसेक्स ने 31,101.77 का ऊपरी स्तर तथा 28,613.05 का निचला स्तर छुआ।

वहीं, निफ्टी ने 9,127.55 का उच्च स्तर और 8,407.05 का निम्न स्तर छुआ। बीएसई पर 28 कंपनियों के शेयर हरे निशान पर तो महज दो कंपनियों के शेयर लाल निशान पर बंद हुए। वहीं, एनएसई पर कुल 44 कंपनियों के शेयरों में लिवाली और छह कंपनियों के शेयरों में बिकवाली देखी गई।

सुप्रीम कोर्ट के फैसले से बैंकिंग कंपनियों के शेयरों पर सबसे ज्यादा असर पड़ा, क्योंकि इन बैंकों का टेलिकॉम कंपनियों पर भारी-भरकम कर्ज है। वहीं, कुछ आईटी कंपनियों के शेयरों में मामूली तेजी देखी गई।

बाजार में बुधवार को बड़ी गिरावट में निम्नलिखित कारकों का योगदान रहा।

कोरोना वायरस के 150 मामले
देश में कोरोना वायरस की बढ़ती संख्या से निवेशकों की चिंता बढ़ गई है। कोरोना वायरस के कुल मामलों की संख्या 147 पर पहुंच चुकी है, जिनमें तीन लोगों की मौत हुई है, जबकि 14 लोग स्वस्थ हो चुके हैं।

एजीआर पर सुप्रीम कोर्ट सख्त
सुप्रीम कोर्ट ने बुधवार को हुई सुनवाई में टेलिकॉम कंपनियों तथा दूरसंचार विभाग को फटकार लगाई। कोर्ट ने कंपनियों द्वारा एजीआर के सेल्फ असेसमेंट पर सवाल उठाए। सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि किसकी इजाजत से टेलिकॉम कंपनियां सेल्फ असेसमेंट कर रही हैं। कोर्ट ने इसे कोर्ट की अवमानना करार दिया। कोर्ट की इस टिप्पणी के बाद बैकिंग तथा टेलिकॉम कंपनियों के शेयरों में बड़ी गिरावट शुरू हो गई। बैंकों का टेलिकॉम कंपनियों पर बड़ा बकाया है और अगर वे दिवालिया होती हैं, तो इससे बैंकों का एनपीए बढ़ेगा।

विदेशी निवेशकों की पूंजी निकासी
विदेशी निवेशकों द्वारा शेयर बाजार से पूंजी की निकासी बरकरार है। अकॉर्ड फिनटेक के आंकड़ो के मुताबिक, मार्च में विदेशी निवेशकों ने शेयर बाजार से 38,188 करोड़ रुपये की पूंजी निकासी की है।

वैश्विक बाजारों में गिरावट
कोरोना वायरस को लेकर आर्थिक अनिश्चितता बढ़ने से वैश्विक बाजारों में भी गिरावट का दौर बरकरार है। ऑस्ट्रलियाई बाजार में 6.4% की गिरावट से एशियाई बाजार के एमएससीआई में 1.4% की गिरावट दर्ज की गई है, जो 2016 के बाद सबसे बड़ी गिरावट है। जापान का निक्केई 0.2% फिसला। यूरो स्टॉक्स फ्यूचर्स में 4.5% की गिरावट आई है। एशिया में यूएस स्टॉक्स फ्यूचर्स में 3.7% की गिरावट आई है।

इन शेयरों में तेजी
बीएसई पर महज दो कंपनियां ओएनजीसी तथा आईटीसी के शेयर हरे निशान पर बंद हुए। ओएनजीसी के शेयर में सर्वाधिक 9.83% तथा आईटीसी के शेयर में 0.97% की तेजी देखी गई। वहीं, एनएसई पर जी लिमिटेड के शेयर में सर्वाधिक 26.22%, यस बैंक में 4.18%, आईटीसी में 1.54%, टाटा स्टील में 0.42% तथा टीसीएस के शेयर में 0.42% की तेजी देखी गई।

इन शेयरों में गिरावट
बी
एसई पर इंडसइंड बैंक के शेयर में सर्वाधिक 23.90%, पावरग्रिड में 11.29%, कोटक बैंक में 11.23%, बजाज फाइनैंस में 11.11% तथा एचडीएफसी में 9.92% की गिरावट दर्ज की गई। एनएसई पर भी इंडसइंड बैंक के शेयर में सर्वाधिक 24.58%, इन्फ्राटेल में 22.53%, कोटक बैंक में 11.23%, बजाज फाइनैंस में 10.45% तथा बजाज फिनसर्व में 10.14% की गिरावट दर्ज की गई।