विवेक अग्निहोत्री अब दिल्ली दंगों पर ‘द देहली फाइल्स’ बनाएंगे

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मुंबई। खबरदार, होशियार अरविंद केजरीवाल! द कश्मीर फाइल्स का मजाक उड़ाया तो, अब ‘द देहली फाइल्स’ बन रही है। जिसमें पता लग जाएगा दिल्ली के दंगों में तेरी क्या भूमिका थी। इस फिल्म में दंगों की साजिश के पीछे किसका हाथ था, उसक राज खुल जायेगा।

डायरेक्टर विवेक अग्निहोत्री (Vivek Agnihotri) की फिल्म ‘द कश्मीर फाइल्स’ (The Kashmir Files) ने खूब धमाल मचाया है। फिल्म ने पहले ही 200 करोड़ रुपये से ज्यादा की कमाई कर ली है। विवेक ने बताया कि वे अब ‘the delhi files’ बना रहे हैं। जहां तक वेब सीरीज का सवाल है, तो हम ‘द कश्मीर फाइल्स’ में इतना शूट कर चुके हैं कि हमें जिसकी जरूरत होगी, हमारे पास मौजूद है। हमें कुछ अच्छे लोगों की जरूरत है जो इस सब को एक साथ पिरो सके। यह बहुत दिलचस्प होगा लेकिन किसी को इसे फाइनैंस करना होगा। यह हमारा इतिहास और विरासत है और किसी बड़े प्रॉडक्शन हाउस को इसे जरूर उठाना चाहिए।

बॉलिवुड के मुद्दे पर बात करते हुए विवेक ने कहा, ‘मैं यहां किसी को गलत बताने या किसी को हराने के लिए नहीं आया हूं। हम अपने बलबूते पर फिल्में बनाते हैं। हम बॉलिवुड से बाहर के हैं। दरअसल हम बॉलिवुड के बिल्कुल ऑपोजिट हैं। हम स्वतंत्र फिल्ममेकर हैं। मुझे कोई फर्क नहीं पड़ता कि कोई तारीफ करता है या नहीं। मैंने केवल इतना बताया था कि कैसे बेहद प्रभावशाली लोग फेक न्यूज और नफरती प्रोपगैंडा के जरिए मेरी फिल्म को बर्बाद कर देना चाहते थे।’

विवेक अग्निहोत्री ने ‘धन धना धन गोल’ और ‘चॉकलेट’ जैसी कमर्शियल फिल्मों से शुरूआत की थी। बाद में उन्होंने ‘बुद्धा इन अ ट्रैफिक जाम’ और ‘द ताशकंद फाइल्स’ जैसी ऑफबीट फिल्में बनाने लगे। इस पर बात करते हुए उन्होंने कहा, ‘मैं टैलेंटेड लोगों के साथ क्रिएटिव काम करना चाहता हूं। मैं जिस माहौल में काम कर रहा था उसे इंजॉय नहीं कर रहा था। आखिर कैसे कोई स्टार कॉन्ट्रैक्ट में फिल्म का क्रिएटिव, एडिटिंग और मार्केटिंग कंट्रोल ले सकता है?

तुम कौन हो भाई? मैं फिल्म बना रहा हूं और यह डायरेक्टर की ही फिल्म होनी चाहिए। लोग स्क्रिप्ट बदलने आ जाते हैं। मान लीजिए कि अगर मैं किसी अनजान आदमी के साथ काम कर रहा हूं तो मुझे कोई कुछ नहीं समझेगा लेकिन मैं अगर किसी बड़े स्टार को साइन कर लूं तो मेरा स्टेटस बहुत बड़ा समझा जाएगा। अगर आप बादशाह के साथ काम कर रहे हैं तो आप बादशाह हैं लेकिन अगर आप बादशाह के साथ काम नहीं कर रहे तो रंक हैं। आप कुछ भी नहीं है। मैं बस इसी सोच को तोड़ना चाहता था और सिस्टम को चैलेंज करना चाहता था। ‘