विद्या भारती प्रशिक्षण वर्ग: विद्यालय बनें सामाजिक चेतना का केंद्र- डॉ. जैन

0
160

कोटा। Vidya Bharti Prashikashan Varg: महावीर नगर तृतीय स्थित स्वामी विवेकानंद विद्यालय में विद्या भारती के 8 दिवसीय प्रशिक्षण वर्ग के तीसरे दिन मुख्य वक्ता डॉ. विमल कुमार जैन ने बताया कि जो समाज जागरूक चेतना में अग्रसर रहता है, वह निश्चित ही आगे बढ़ता है। सामाजिक चेतना के केंद्र पुराने समय में गुरुकुल हुआ करते थे।

वर्तमान समय में चेतना के केंद्र विद्यालय हैं। गुरुकुल में सामाजिक चेतना संस्कार युक्त शिक्षा होती थी। बच्चों को किताबी ज्ञान के अलावा समाज में संस्कार, संस्कृति आदि का भी ज्ञान दिया करते थे।

मुख्य अतिथि ताराचंद गोयल ने कहा कि हमारे यहां बच्चों को कच्चे घड़े की तरह धीरे-धीरे संस्कार युक्त तैयार किया जाता है। हमारी संस्कृति को बचाने के लिए विद्यालय द्वारा शिक्षा दी जाती है। काम के प्रति लगन, जिज्ञासा, निरंतर कार्य करते रहने आदि के भाव होना चाहिए। कार्यक्रम के अध्यक्ष विवेक राजवंशी ने बताया कि भारत फिर से विश्वगुरु तभी बनेगा, जब आने वाली पीढ़ी को देश व धर्म के प्रति जागरूक करना होगा।