राजस्थान में नोटबंदी के बाद 9500 को नोटिस दिए, जांच के बाद होगी कार्रवाई

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जोधपुर। प्रधान मुख्य आयकर आयुक्त राजस्थान नीना निगम ने कहा, कि आयकर अफसरों पर कार्रवाई तभी होगी, जब उनके खिलाफ जांच पूरी होगी। उन्होंने कहा, कि आयकर अफसरों के खिलाफ दोष प्रमाणित होता है तो उन्हें छोड़ा नहीं जाएगा।

उन्होंने कहा, कि नोटबंदी के बाद प्रदेश में 9500 लोगों को नोटिस दिया गया था। इसकी जांच चल रही है। जांच पूरी होने पर अग्रिम कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने कहा, कि सीबीडीटी की गाइड लाइन के अनुसार ही टैक्स रिकवरी हो रही है।

वित्तीय वर्ष 2018-19 के लिए राजस्थान को 22 हजार 240 करोड़ रुपए के राजस्व का लक्ष्य दिया गया था। इसमें से अब तक 13 हजार करोड़ रुपए प्राप्त किए जा चुके हैं, यानी लगभग आधा लक्ष्य पूरा हो गया है। यह राशि नियमित, एडवांस टैक्स, सेल्फ एसेस्मेंट और टीडीएस से प्राप्त हुआ है।

देश में 11 लाख 50 हजार करोड़ का लक्ष्य है, जो गत वर्ष से 14.6 प्रतिशत ज्यादा है। प्रदेश का टारगेट गत वर्ष से 19 प्रतिशत ज्यादा है। यह वृद्धि पूरे देश में सर्वाधिक है, क्यों कि अन्य राज्यों में 13.5 प्रतिशत वृद्धि दर है।

4 लाख 60 हजार नए करदाता बढ़े
उन्होंने बताया, कि प्रदेश में गत वर्ष 6 लाख 20 हजार नए टैक्सपेयर जोड़े थे। इस वर्ष भी यही लक्ष्य है और अब तक 4 लाख 60 हजार टैक्सपेयर जोड़ चुके हैं। कुल टैक्स की 42 प्रतिशत राशि राज्य को मिलती है।

निगम ने बताया, कि रिफंड में भी 2700 करोड़ इश्यू किए जा चुके हैं, जिसमें करीब 5 लाख 52 हजार को रिफंड मिल चुका है। जबकि गत वर्ष इस अवधि में 3 लाख 90 हजार रिफंड दिया गया था, वहीं रिफंड की राशि 2150 करोड़ थी।