जयपुर।खरीफ में फसल खराबे की एवज में किसानों को मुआवजा दिए जाने के सवाल पर भाजपा ने सोमवार को सदन में आपदा मंत्री मास्टर भंवर लाल मेघवाल की घेराबंदी कर दी। मावली से भाजपा विधायक धर्मनारायण जोशी ने प्रश्नकाल में सरकार से पूछा कि खरीफ 2018 से 2020 तक मावली, वल्लभनगर और उदयपुर ग्रामीण में कितने किसानों की फसलें खराब हुईं और उन्हें कितना मुआवजा दिया गया।

इस पर मेघवाल ने बताया कि खरीफ 2019 में मावली में 3954 हैक्टेयर, वल्लभनगर में 43520 हैक्टेयर एवं उदयपुर ग्रामीण में 8294 हैक्टेयर फसलों का खराबा हुआ है। अब तक एसडीआरएफ नोर्म्स अनुसार 902 किसानों को 29.22 लाख रुपए का अनुदान दिया गया है।

इस पर मेघवाल बोले कि मार्च तक सभी किसानों को मुआवजा दे दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि पिछले 5 सालों में भाजपा सरकार के समय कभी भी किसानों का मुआवजा मई-जून से पहले बंटना शुरू नहीं हुआ। इस पर कटारिया बोले कि आप पिछले पांच सालों का रिकॉर्ड सदन की पटल पर रख दो कि कितने किसानों को कब-कब और कितना मुआवजा दिया गया। इसके बाद हम देखेंगे।

गिरदावरी की मांग पर मंत्री ने किया साफ इंकार
इस पर जोशी ने पूरक प्रश्न पूछा कि वल्लभनगर और मावली दो तहसील हैं। वल्लभनगर में 43 हजार हैक्टेयर में खराबा हुआ तो मावली में सिर्फ 3454 हैक्टेयर में खराब कैसे आया। उन्होंने सरकार से यहां फिर से गिरदावरी करवाने की मांग की। जवाब में मेघवाल बोले कि गिरदावरी एक बार ही होती है, दुबारा का सवाल ही नहीं उठता। उन्होंने कहा कि दोनों तहसीलों के एक ही कलेक्टर और एसडीएम है इसके अलावा फसल तो पहले ही काटी जा चुकी है तो दुबारा गिरदावरी कैसे हो सकती है। इस पर नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया ने पूछा कि कुल 1 लाख 69 हजार किसानों के फसल खराब हुई लेकिन सरकार ने इनमें से सिर्फ 902 किसानों को ही मुआवजा बांटा, यानी प्रदेश के ज्यादातर किसान अभी तक आपदा राहत से वंचित हैं।