मौद्रिक नीति की समीक्षा बैठक शुरू, फैसलों का ऐलान शुक्रवार को

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नई दिल्ली। रिजर्व बैंक बोर्ड की मौद्रिक नीति की समीक्षा बैठक बुधवार को मुंबई में शुरू हो गई। इस बैठक में महंगाई और लगातार जारी रुपये की गिरावट को लेकर चर्चा होगी। सूत्रों का कहना है कि बैठक में महंगाई के आंकड़ों पर आरबीआई बोर्ड के सामने प्रस्तुति दी गई। कच्चे तेल के दामों में कितना बदलाव आया है और आने वाले दिनों में क्या ट्रेंड रहने वाला है उस पर भी आंकड़े पेश किए गए हैं।

दरअसल, पिछले दिनों प्रधानमंत्री ने रुपये की गिरावट पर लगाम लगाने के लिए लगातार दो दिन बैठक की थी। उस बैठक के बाद में अलग-अलग मंत्रालयों में गैरजरूरी खर्चों पर लगाम लगाने पर सहमति बनी थी। रिजर्व बैंक शुक्रवार को मौद्रिक समीक्षा बैठक के फैसलों का ऐलान होगा। अगर शुक्रवार को रिजर्व बैंक दरें बढ़ाता है तो ये ब्याज दरों में लगातार तीसरी बढ़त होगी।

क्या है आरबीआई के एजेंडा में
आरबीआई के सूत्रों ने हिंदुस्तान को बताया है कि केंद्रीय बैंक ने डॉलर के मुकाबले रुपये की कमजोरी को देखते हुए हर वो आंकड़े मंगाए हैं जो अर्थव्यवस्था में हाल के दिनों में रुपये के खर्च की तस्वीर दिखाते हों।

लगातार बढ़ रहे तेल के दामों और रुपये की बढ़ती कमजोरी के चलते रिजर्व बैंक को अंदेशा है कि आने वाले दिनों में महंगाई बढ़ जाएगी। खरीफ की फसलों के बाद रबी की फसलों के न्यूनतम समर्थन मूल्य को भी बढ़ा दिया गया है। इससे भी महंगाई पर दबाव पड़ेगा। ऐसे में रिजर्व बैंक के पास ब्याज दरों में बढ़ोतरी के अलावा विकल्प नहीं बचता है।

एसबीआई के मुख्य आर्थिक सलाहकार सौम्यकांति घोष ने lendennews.com को बताया है कि महंगाई अभी भी रिजर्व बैंक के लक्ष्य के ऊपर है और जिस हिसाब से कच्चे तेल के दाम बढ़ रहे हैं, आगे हालात और चिंताजनक हो सकते हैं।

उन्होंने कहा कि रुपये की कमजोरी बढ़ने से भारत का आयात बिल भी बढ़ रहा है ऐसे मे आरबीआई उस मोर्चे पर अभी से कदम उठाएगा। हालात नहीं सुधरे तो आगे भी आरबीआई ब्याज दरों बढ़ा सकता है।