महात्मा ज्योतिबा फूले जंयती पर 11 अप्रेल को निकलेगी भव्य शोभायात्रा

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महिला बैंड व झांकियां होंगी आकर्षण का केन्द्र

कोटा। महात्मा ज्योतिबा फूले जयंती के उपलक्ष्य में कोटा शहर में पहली बार माली समाज द्वारा भव्य शोभायात्रा निकाली जाएगी। इस शोभायात्रा में अखाड़े के करतब, झाकियां, महिला शक्ति द्वारा हैरतंगेज प्रदर्शन होंगे।

समाजसेवी व कार्यक्रम मीडिया प्रभारी डॉ. दुर्गा शंकर सैनी ने बताया कि इस बार कोटा में समस्त माली सैनी समाज के संगठनों के अध्यक्ष, पदाधिकारियों द्वारा सर्वसम्मति से निर्णय लिया है कि इस बार महात्मा ज्योतिबा फूले जयंती के शुभ अवसर पर सभी संगठनों के तत्वाधान में रामपुरा बाजार कोटा से नागाजी के बाग नयापुरा तक भव्य शोभायात्रा निकाली जाएगी।

डॉ. सैनी ने बताया कि 11 अप्रैल को शोभायात्रा प्रात: 11 बजे रामपुरा बाजार से प्रारंभ होगी हो विभिन्न मार्गों से होते हुए नागाजी के बाग नयापुरा पर सम्पन्न होगी। उन्होंने कहा कि इसी क्रम में शोभायात्रा समापन स्थल पर मेट्रीमोनियल एप द्वारा अविवाहित युवक-युवतियों के बायोडाटा का रजिस्ट्रेशन किया जाएगा एवं प्रशिक्षण दिया जाएगा।

मेवा बलांडिया ने बताया कि शोभायात्रा का जगह-जगह स्वागत द्वार लगाकर व पुष्पवर्षा कर स्वागत किया जाएगा। शोभायात्रा में समस्त माली समाज उपस्थित रहते हुए शोभायात्रा की शोभा बढाएगा। कार्यक्रम की तैयारियों को लेकर घर-घर सम्पर्क किया जा रहा है वहीं कई जगह बैठक आयोजित कर लोगों को शोभायात्रा व अन्य कार्यक्रम को सफल बनाने का आव्हान किया जा रहा है।

डॉ. दुर्गाशंकर सैनी ने बताया कि इस अवसर पर कोटा में पहली बार महिला बैंड लोगों को आकर्षित करेगा जहां माली समाज की महिला शक्ति द्वारा बैंड बनाया गया है वह विभिन्न धुनों का प्रदर्शन करेगा। उन्होंने कहा कि इस बैड में कांताबाई सुमन, सुशीला, दीपा सुमन बैड का नेतृत्व करेंगी। इसके साथ ही माली समाज का ठिकरदा बैंड भी रहेगा।

ये बैड सालों से मशक व विभिन्न वादयंत्रों के साथ वादन करते हैं। दशहरे के अवसर पर गढ पैलेस में भी ये बैंड आकर्षक प्रस्तुतियां देता रहा है। भंवर लाल सैनी के नेतृत्व में ये बैंड शोभायात्रा में लोगों को रोमांचित करेगा। इसके साथ ही कच्ची घोड़ी नृत्य व लोक कलाकार भी इसमें शामिल होंगे।

झांकियां देंगी स्वच्छता का संदेश: डॉ. सैनी ने बताया कि इस दौरान शोभायात्रा में झांकियां आकर्षण का केन्द्र रहेगी। इस दौरान महात्मा ज्योतिबा फूल व मां सावित्री बाई फूले की जीवंत झांकी भगवान शिव जो माली समाज के आराध्य देव हैं उनके चरणों में दर्शन करते हुए रहेगी। वहीं एक झांकी शिक्षित भारत स्वच्छ भारत की होगी जिसमें शिक्षा व स्वच्छता का संदेश दिया जाएगा। इसके साथ ही अन्य झांकियां भी होंगी। इस अवसर पर अखाडों द्वारा भी हैरतंगेज करतब दिखाए जाएंगे।