भारत-सूरीनाम के बीच आर्थिक संबंधों के विस्तार की अपार संभावनाएं: बिरला

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पारामारिबो/नई दिल्ली। लोक सभा अध्यक्ष ओम बिरला के नेतृत्व में एक भारतीय संसदीय शिष्टमंडल अपनी यात्रा के तीसरे चरण में आज सूरीनाम की राजधानी पारामारिबो पहुंचा तथा राष्ट्रपति भवन में सूरीनाम के राष्ट्रपति, महामहिम चंद्रिकाप्रसाद संतोखी से मुलाक़ात की।

इस अवसर पर बिरला ने भारत और सूरीनाम के बीच घनिष्ठ ऐतिहासिक और सांस्कृतिक संबंधों के बारे में बात करते हुए यह आशा व्यक्त की कि भविष्य में ये संबंध और मजबूत होंगे और दोनों देशों के लोगों के बीच परस्पर संपर्क बढ़ने के साथ ही व्यापारिक, आर्थिक और सांस्कृतिक संबंधों का भी विस्तार होगा ।

नवीन और नवीकरणीय ऊर्जा का उल्लेख करते हुए बिरला ने कहा कि यह एक ऐसा क्षेत्र है जिसमें भारत और सूरीनाम के बीच सहयोग बढ़ाने की अपार संभावनाएं हैं। उन्होंने कृषि और खाद्य प्रसंस्करण उद्योगों के क्षेत्र में दोनों देशों के बीच व्यापक सहयोग के बारे में भी बात की। जानकारी, विचारों और प्रौद्योगिकी को साझा करने पर जोर देते हुए बिरला ने कहा कि इससे दोनों देशों का विकास होगा।

सूरीनाम में बसे प्रवासी भारतीयों के बारे में बात करते हुए, श्री बिरला ने कहा कि यह एक अनूठा संयोग है कि जहां भारत अपनी स्वतंत्रता के 75 वर्ष मना रहा है, वहीं सूरीनाम में भारतीयों के सूरीनाम प्रवास के 150वें वर्ष का जश्न मनाया जा रहा है।

पिछले 150 वर्षों के दौरान, सूरीनाम में बसे भारतीय समुदाय के लोग सूरीनाम के सामाजिक, आर्थिक, आध्यात्मिक परिवेश का एक अभिन्न अंग और केंद्र बिंदु बन गए हैं। इसके साथ ही वे सूरीनाम के विकास और इसकी संस्कृति और परंपरा को समृद्ध करने में भी योगदान दे रहे हैं ।

इसके बाद, बिरला के नेतृत्व में भारतीय संसदीय शिष्टमंडल ने पारामारिबो में ‘बाबा और माई’ की प्रतिमा पर श्रद्धासुमन अर्पित किए । इस प्रतिमा में उस पुरुष और महिला को दर्शाया गया है जो पहली बार भारत से सूरीनाम आए थे।

बिरला ने पारामारिबो में महात्मा गांधी की प्रतिमा पर भी श्रद्धासुमन अर्पित किए । यह प्रतिमा भारत से लाई गई थी और गांधीजी के सम्मान में यहां स्थापित की गई थी। महात्मा गांधी ने सूरीनाम में गिरमिटिया श्रम प्रथा को समाप्त करने की अपील की थी। सूरीनाम पहुंचने पर भारतीय शिष्टमंडल का स्वागत सूरीनाम की संसद के अध्यक्ष, मारिनस बी और संसद के अन्य सदस्य ने किया ।