भारतीय परिधानों से सजी शाम, रैम्प पर उतरीं कोटा डोरिया पहने मॉडल्स

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सेव अर्थ-सेव लाइफ और “नो वार- सेव ह्यूमेनिटी” का दिया सामाजिक संदेश

कोटा। रंगीन रोशनी, सधे कदमों से कैटवाॅक करती मॉडल्स और भारतीय परिधानों में सजे युवक और युवतियां, इन सभी को देखकर बुधवार शाम को विजयश्री रंगमंच पर माया नगरी सा अहसास हो चला था। मौका था नगर निगम और कुतुर इन्स्टीट्यूट (Kutur Institute Kota) की ओर से आयोजित कार्यक्रम परिधान उत्सव का। कार्यक्रम में कोटा डोरिया और खादी से बने परिधानों को पहनकर कैटवाॅक करती मॉडल्स को देखकर हर कोई कोटा डोरिया और खादी पर गर्व की अनुभूति करने लगा।

राष्ट्रीय दशहरा मेला- 2023 में फैशन परिधान उत्सव का बुधवार शाम आयोजन किया गया। जिसमें संस्था के स्टूडेंट्स द्वारा तैयार किए गए परिधानों को मॉडल्स द्वारा कैटवॉक कर राष्ट्रीय मंच पर प्रस्तुत किया गया। परिधान उत्सव में हाड़ौती के परिधानों का जलवा छा गया। डोरिया एवं खादी से निर्मित राजस्थानी संस्कृति थीम पर रंग बिरंगे परिधानों में सजे मॉडल्स ने समां बांध दिया।

पहला राउंड हाड़ौती की शान कोटा डोरिया से निर्मित लहंगे के नाम रहा। तन डोले दांत किट किट बोले.. गीत पर लाल, हरे, नीले लहंगे में सजी मॉडल्स ने भारतीय विवाहोत्सव की झलक प्रस्तुत की। दूसरे राउंड में मॉडल्स कोटा डोरिया साड़ी पहनकर रैम्प पर उतरीं। बन्ना बागां मं झूल्या घाल्या.. गीत की धुन पर राजस्थानी संस्कृति मंच पर अवतरित हो गई।

तीसरा राउंड कलर्स ऑफ राजस्थान था। जिसमें कालबेलिया थीम पर नन्ही मॉडल्स ने सबका मन मोह लिया। रंगीलो म्हारो ढोलना.. पर काले रंग की कालबेलिया परिधान में सजी मॉडल्स ने राजस्थान की जनजातीय संस्कृति से परिचित कराया।

चौथा राउंड राजस्थानी लहरिया का था। जिसमें मॉडल्स ने “सेव अर्थ और सेव लाइफ” का संदेश दिया। म्हारी घूमर छे नखराली.. गीत की सुपरहिट धुन पर राजस्थानी लहरिया पहने मॉडल्स जब मंच पर उतरीं तो तालियां गूंज उठी। पाँचवा राउंड कोटा डोरिया के गाउन का रहा। जिन्हें पहनकर नन्ही नन्ही मॉडल्स “आवारा भंवरे..” गीत पर रैम्प पर उतरी तो हर कोई मंत्रमुग्ध हो गया। परिधान उत्सव का छठा राउंड खादी कनवरटेबल ड्रेसेस का रहा। जिसे मांगरोल की खादी का इस्तेमाल कर तैयार किया गया था।

संस्था की निदेशक पूजा राजवंशी ने बताया कि संस्था द्वारा इस मंच के माध्यम से सदैव सामाजिक संदेश दिया जाता है। इस बार कोटा डोरिया एवं खादी में सजे मॉडल्स द्वारा “नो वार – सेव ह्यूमेनिटी” का संदेश दिया गया।