बर्कशायर हैथवे ने Paytm में किया 2500 करोड़ रुपए का निवेश

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न्यूयॉर्क/मुंबई।दुनिया के सबसे बड़े इन्वेस्टर कहे जाने वाली वारेन बफे की कंपनी बर्कशायर हैथवे ने Paytm की पैरेंट कंपनी में 2500 करोड़ रुपए (35.60 करोड़ डॉलर) में हिस्सेदारी खरीदी है। रॉयटर्स के मुताबिक, सूत्रों ने यह जानकारी देते हुए कहा कि किसी भारतीय स्टार्टअप कंपनी में वारेन बफे का यह पहला इन्वेस्टमेंट है। इसकी शुरुआत भारत के फाइनेंशियल पेमेंट सेक्टर के साथ हुई है।

बर्कशायर हैथवे ने की निवेश की पुष्टि
बर्कशायर हैथवे ने एक ईमेल के माध्यम से इस बात की पुष्टि करते हुए कहा कि उसने वन 97 कम्युनिकेशंस (One97 Communications) में निवेश किया है। वारेन बफे के असिस्टैंट डेबी बोसानेक ने ज्यादा जानकारी दिए बिना कहा कि इस ट्रांजैक्शन में बफे शामिल नहीं हैं।

एक दिन पहले की एक मीडिया रिपोर्ट्स में यह जानकारी सामने आई थी कि बर्कशायर हैथवे Paytm की 3-4 फीसदी हिस्सेदारी खरीदने के लिए बातचीत कर रही है, जिससे कंपनी की वैल्युएशन लगभग 10 अरब डॉलर हो जाएगी।

बर्कशायर हैथवे ने बदली स्ट्रैटजी
Paytm के लिए यह निवेश खासा अहम माना जा रहा है। ऑपरेशन के महज 8 साल में ही Paytm भारत का सबसे बड़ा डिजिटल पेमेंट प्लेटफॉर्म बन गया है। वहीं बर्कशायर हैथवे के लिहाज से यह उसकी स्ट्रैटजी में बड़े बदलाव का संकेत है, क्योंकि वह अभी तक कंज्यूमर, एनर्जी और इन्श्योरेंस सेक्टर में निवेश करती रही है।

भारत में बजाज आयलांज के साथ की थी पार्टनरशिप
सीएनएन की एक रिपोर्ट के मुताबिक, बफे ने साल 2011 में बर्कशायर इंडिया को बनाया था और इंश्योरेंस बेचने के लिए बजाज आयलांज के साथ पार्टनरशिप की थी। हालांकि, दो साल बाद ही बर्कशायर इस पार्टनरशिप से बाहर हो गई। कंपनी का कहना था कि ज्यादा रेग्युलेशन की वजह से वह बाहर निकल रही है।

पेटीएम के इन्वेस्टर्स
पेटीएम के पास पहले से ही जापान के सॉफ्टबैंक ग्रुप, चीन का अलीबाबा ग्रुप और ऐंट फाइनेंशियल जैसे दुनिया के बड़े इन्वेस्टर्स हैं। इसके अलावा, SAIF पार्टनर्स और मीडियाटेक भी पेटीएम के इन्वेस्टर्स हैं। पेटीएम का दावा है कि उन्होंने 4 अरब डॉलर का मंथली ग्रॉस ट्रांजैक्शन वैल्यू को छू लिया है। जून में समाप्त क्वार्टर में ट्रांजैक्शन की संख्या 1.3 करोड़ पर पहुंच गई है।