नई दिल्ली। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बजट 2020 में इलेक्ट्रिक सामानों पर आयात शुल्क को बढ़ा दिया है। ऐसे में एसी, मोबाइल, ईयरफोन और हेडफोन महंगे हो जाएंगे। मतलब सिंगल फेज एसी मोटर, स्टेपर मोटर, वाइपर पर आयात शुल्क 7 फीसदी से बढ़ाकर 10 फीसदी कर दिया है। साधारण शब्दों में कहें, तो 1000 रुपए कीमत वाली वस्तु 30 रुपए महंगी हो जाएगी।
फिंगरप्रिंट रीडर वाले मोबाइल हो जाएंगे महंगे
ईयरफोन, हेडफोन और सेल्यूलर मोबाइक में उपयोग के लिए फिंगरप्रिंट रीडर पर आयात शुल्क जीरो फीसदी से 15 फीसदी कर दिया गया है, जबकि सेलेक्टेड चार्जर और पावर अडाप्टर पर आयात शुल्क जीरो से 20 फीसदी कर दिया गया है। जानकारों की मानें, तो केंद्र सरकार ने इलेक्ट्रिक सामानों पर आयात शुल्क में बढ़ोतरी मेक इन इंडिया मुहिम को बढ़ावा देने के लिए किया गया है।
प्रोडक्ट | पुराना आयात शुल्क | नया आयात शुल्क |
मोबाइल फोन के पीसीबीए | 10 फीसदी | 20 फीसदी |
सेल्युलर मोबाइल फोन के वाइब्रेटर/रिंगर | शून्य | 10 फीसदी |
डिस्पले पैनल और टच असेंबली | शून्य | 10 फीसदी |
सिंगल फेज एसी मोटर, स्टेपर | 7 फीसदी | 10 फीसदी |
चार्जर और अडॉप्टर | 20 फीसदी | |
मोबाइल फोन के फिंगरप्रिंट रीडर | 15 फीसदी | |
ईयरफोन और हेडफोन |
क्या होंगे महंगे
सरकार ने बजट में पंखे, फ्रूडग्राइंडर, मिक्सर, सेविंग उपकरण, पानी के हीटर, बाल और हाथ सुखाने वाले उपकरण, ओवन, कुकर, काफी, हीटर और आयरन उपकरणों पर आयात शुल्क 10 फीसदी से बढ़ाकर 20 फीसदी कर दी है। इससे 110 रुपए में आने वाले सामान के लिए अब 120 देने होंगे। जूते और जूतों के पार्टस के लिए 125 की जगह 135 रुपए देने होंगे। फर्नीचर के लिए 120 की जगह 125 रुपए देने होंगे।