धारीवाल और जोशी कांग्रेस के सबसे बड़े गद्दार, दिव्या मदेरणा का आरोप

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जयपुर। राजस्थान प्रदेश कांग्रेस का घमासान थमने का नाम नहीं ले रहा है। रोज नए नए आरोपों के बम फोड़े जा रहे हैं। अब कांग्रेस की तेज तर्रार विधायक दिव्या मदेरणा ने यूडीएच मिनिस्टर शांति धारीवाल और चीफ व्हिप महेश जोशी को कांग्रेस के सबसे बड़े गद्दार करार दिया है।

जयपुर में मीडिया से बात करते हुए दिव्या ने कहा कि आज की तारीख में अगर कोई सबसे बड़ा गद्दार है तो वह शांति धारीवाल और डॉ. महेश जोशी है। दिव्या ने सचिन पायलट का बचाव करते हुए कहा कि पायलट का गतिरोध केवल अशोक गहलोत से था लेकिन धारीवाल और महेश जोशी ने तो हाईकमान को ही चुनौती दे दी। इन दोनों नेताओं ने विधायकों को धोखे में रखकर कांग्रेस आलाकमान के फैसले को आंख दिखाने का काम किया। इनमें अचानक इतनी हिम्मत कहां से आ गई।

खुद घिरे तो माकन पर तोहमत: दिव्या मदेरणा ने कहा कि रविवार शाम 7 बजे विधायक दल की ऑफिशियल मीटिंग बुलाई गई थी। खुद महेश जोशी ने विधायकों को कॉल करके इसकी जानकारी दी। बाद में वे खुद इस बैठक का बायकॉट कर गए। शांति धारीवाल और महेश जोशी ने विधायकों को धोखे में रखकर बुलाया। बाद में पुलिस तैनात कर दी गई।

विधायकों को खुद की गाड़ियों में बैठने देने के बजाय बस में बैठाकर ले गए। सीधे स्पीकर के बंगल में बस जाती है और बाहर पुलिस तैनात कर दी जाती है। कांग्रेस के कई विधायक उस समय खुद को बंधक महसूस कर रहे थे। अब धीरे धीरे कई विधायक सामने आकर सच्चाई बता रहे हैं।

दिव्या ने कहा कि धारीवाल ने जो किया वह माफी योग्य नहीं है। उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई होनी चाहिए। खुद को घिरते देख अपने कृत्य छिपाने के लिए शांति धारीवाल अब प्रदेश प्रभारी अजय माकन पर तोहमत लगाने लगे हैं।

हाईकमान को चुनौती दे रहे थे धारीवाल: रविवार को शांति धारीवाल के बंगले पर हुई विधायकों की बैठक का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ है। इस वीडियो में शांति धारीवाल काफी आक्रामक रुख में नजर आ रहे हैं। इसी को देखते हुए कांग्रेस की विधायक दिव्या मदेरणा ने कहा कि शांति धारीवाल हाथ पटक पटक कर भाषण देते हैं और कहते हैं कि हाईकमान कैसे नहीं मानेगा। क्या हाई कमान को आंख दिखाना उचित है।

दिव्या ने पूछा कि आप इतने बड़े हो गए हैं कि हाईकमान को भी आंख दिखाने लगे। दिव्या ने कहा कि धारीवाल के घर पर हुई बैठक में शामिल कई विधायक अब बाहर आकर सच्चाई बयां कर रहे हैं। कुछ लोगों को छोड़कर सभी विधायक कांग्रेस के सच्चे सिपाही हैं। हमें हाईकमान का फैसला मंजूर है। चाहे वे किसी को भी मुख्यमंत्री बनाए।