दिल को तंदुरुस्त और ब्लड फैट को कंट्रोल रखती है मूंगफली

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दिल की सेहत दुरुस्त रखने के लिए हम न जाने क्या-क्या जतन करते हैं। एक नए शोध में दावा किया गया है कि रोजाना कम से कम 85 ग्राम मूंगफली खाने से दिल के दौरे और आघात से बचा जा सकता है। यह खून में मिलने वाली खतरनाक वसा का स्तर घटाता है, जिससे धमनियां खुली-खुली रहती हैं।
इस शोध में कहा गया है कि मूंगफली का सेवन दिल के दौरे और स्ट्रोक से बचाने में कारगर हो सकता है। विशेषज्ञों का दावा है कि रोजाना के सामान्य भोजन के साथ 85 ग्राम के करीब मूंगफली खाने से ब्लड फैट का स्तर नियंत्रित रहता है। द पीनट इंस्टीट्यूट के शोधकर्ताओं का कहना है कि इससे हृदय संबंधी बीमारियों का खतरा कई गुना कम हो जाता है।
संस्थान के विशेषज्ञों का कहना है कि एथेरोस्कलेरोसिस, धमिनयों में सिकुड़न के कारण शरीर में रक्त का प्रवाह बाधित होता है। इसके कारण रक्त संचार के लिए दिल को अत्यधिक मेहनत करनी पड़ती है। यह स्थिति तब उत्पन्न होती है जब धमनियों की दीवारों पर वसा, कोलेस्ट्रोल और अन्य पदार्थों का मिश्रण जमा हो जाता है, जिसे प्लाक कहते हैं। इन्हीं के कारण धमनियों में रुकावट होती है और शरीर हृदय संबंधी बीमारियों का शिकार हो जाता है।
प्रमुख शोधकर्ता और पेनसिल्वेनिया स्टेट यूनिवर्सिटी के प्रोफेसर पेनि क्रिस इथरटन का कहना है कि कुछ भी खाने के बाद ट्रिग्लाइसेराइड्स का स्तर बढ़ा जाने के कारण हमारी धमनियों में मामूली सिकुड़न होती है। द पीनट संस्थान के शोधकर्ताओं का कहना है कि खाने के साथ निर्धारित मात्रा में मूंगफली का सेवन करने से धमनियों में सिकुड़न को कम किया जा सकता है।
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खाने के साथ मूंगफली का सेवन ट्रिग्लाइसेराइड्स का स्तर बढ़ने नहीं देता है। इसी के कारण धमनियों में सिकुड़न कम होती है और दिल संबंधी कई बीमारियों की शुरुआत होने से पहले ही रोका जा सकता है। शोध के नतीजों में मूंगफली के सेवन से ट्रिग्लाइसेराइड्स का स्तर 32 फीसदी तक कम हुआ।
मूंगफली की एलर्जी से बचाएगा पैच
मूंगफली हमारी सेहत के लिए लाभकारी है मगर कई लोगों को इससे एलर्जी भी होती है। ऐसे लोगों के लिए विशेषज्ञों ने त्वचा पर लगाया जाने वाला पैच तैयार किया है, जिसे अक्तूबर में पेश किया गया था। इस पैच के जरिये मूंगफली में मौजूद प्रोटीन सीमित मात्रा में शरीर को दिया जाता है, ताकि व्यक्ति का शरीर उसके लिए प्रतिरोधक क्षमता विकसित कर सके। एक साल तक चले चिकित्सकीय परीक्षण के बाद विशेषज्ञों का कहना है कि 12 साल तक के बच्चों में इसके नतीजे चौंकाने वाले हैं। उनमें मूंगफली से एलर्जी खत्म हो गई।