खुशखबरी:ऑनलाइन दर्ज होंगी रेल यात्रियों की शिकायतें, जल्दी मिलेगी मदद

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कोटा। रेल यात्रियों की शिकायतें का अब ऑनलाइन दर्ज की जाएंगी। इसका उद्देश्य यात्रियों की शिकायतों पर तुरंत निस्तारण करना है। साथ ही हैल्पलाइन नंबरों पर झूठी शिकायतें करना अब संभव नहीं होगा। रेलवे इस तरह की व्यवस्था करने जा रहा है। इसके लिए आरपीएफ कंट्रोल रूम में ऑटोमैटिक कॉल डायवर्ट मशीन लगाई जा रही है।

शिकायत करने वालों को मिलेगा टिकट नंबर
इस मशीन से अब आरपीएफ हैल्पलाइन नंबर पर आने वाली शिकायतें रिकॉर्ड कर उनका पंजीकरण होगा। पंजीकरण के बाद जारी होने वाले टिकट नंबर को यात्री व संबंधित स्टेशन के आरपीएफ थाने भेजा जाएगा।

जहां पर यात्री को दी जाने वाली मदद को आरपीएफ ऑनलाइन अपडेट करेगी। ट्रेन यात्रियों की सुविधा के लिए आरपीएफ ने 182, जीआरपी ने 1512 और रेलवे ने 138 हैल्पलाइन नंबर जारी कर रखा है। इसमें सुरक्षा संबंधित शिकायतों का निस्तारण 182 एवं 1512 पर व खानपान समेत अन्य मामलों की शिकायतों का 138 नंबर पर होता है।

अभी तक होता यह है कि ट्रेन में किसी यात्री के साथ कोई घटना होने पर यात्री आरपीएफ के हैल्पलाइन नंबर 182 नंबर पर कॉल करता है। यह सूचना आरपीएफ कंट्रोल पहुंचती है। जहां तैनात कर्मचारी शिकायत को रजिस्टर में दर्ज करते हैं। शिकायत दर्ज होने के बाद उसकी सूचना उस स्टेशन के स्टाफ को दी जाती है, जहां ट्रेन पहुंचने वाली है।

कई बार इसपर कार्रवाई भी नहीं हो पाती। ये व्यवस्था सुधारने के लिए आरपीएफ मंडलों में ऑटोमैटिक कॉल डायवर्ट मशीन लगाने जा रहा है। पश्चिम मध्य रेलवे के जबलपुर मंडल में ऐसी मशीन लग भी चुकी है। अन्य मंडलों में भी इसे लगाया जा रहा है।

एक-एक कार्रवाई का रिकॉर्ड दर्ज होगा
इस सिस्टम पर शिकायत रिकॉर्ड की जाएगी। साथ ही कंट्रोल में तैनात स्टाफ शिकायत भी तुरंत ऑनलाइन दर्ज करेगा। शिकायत दर्ज होने पर एक टिकट नंबर जनरेट होगा जो यात्री अौर संबंधित स्टेशन की आरपीएफ के पास पहुंचेगा।

टिकट नंबर पर की गई शिकायत के आधार पर यात्री तक मदद पहुंचाई जाएगी। इस व्यवस्था में कंट्रोल स्टाफ को कागज पर लिखा पढ़ी भी नहीं करनी होगी। साथ ही शिकायत को झुठलाया नहीं जा सकेगा। इस सिस्टम को रेलवे सूचना प्रणाली क्रिस ने तैयार किया है।