क्यों पॉप्युलर हो रहे हैं जापानी कॉन्डम, जानिए खासियत

1891

नई दिल्ली। मार्केट में इन दिनों नए जापानी कॉन्डम खूब पॉप्युलर हो रहे हैं, जो इंसान के बाल जितने पतले हैं। सेक्सोलॉजिस्ट अरविन्द कुमार के अनुसार इन्हें दुनिया का सबसे पतला और सबसे सुरक्षित कॉन्डम बताया जा रहा है। आइए जानते हैं इस जापानी कॉन्डम की खासियत

जापानी कॉन्डम का आविष्कार जापान के वैज्ञानिकों ने कुछ साल पहले किया था और उन्होंने दावा किया था कि यह दुनिया का सबसे पतला कॉन्डम है। अभी मार्केट में जो कॉन्डम बिकते हैं उनकी मोटाई 0.06mm है, जबकि जापानी कॉन्डम की मोटाई 0.038mm है। इस वजह से इसे 003 कॉन्डम भी कहा जाता है।

सेफ्टी के लिहाज से इन जापानी कॉन्डम को काफी अच्छा माना जाता है। सेक्स एक्सपर्ट्स के अनुसार, यौन संबंधों के दौरान इनके इस्तेमाल से किसी तरह की परेशानी नहीं होती और कोई प्रेग्नेंसी होने के आसार भी नहीं होते। इस तरह के कॉन्डम की खास बात यह है कि चूंकि ये काफी पतले होते हैं इसलिए सहवास के दौरान उनकी मौजूदगी का अहसास नहीं होता और प्लेजर व ऑर्गेजम दोगुना मिलता है।

इन कॉन्डम को खरीदते वक्त सबसे पहले तो देखें कि वे किस मटीरियल के बने हुए हैं। कुछ कॉन्डम लेटेक्स तो कुछ नॉन-लेटेक्स मटीरियल के बने होते हैं, जैसे कि पॉलीयूरिथेन और पॉलीआइसोप्रीन। अगर लेटेक्स से आपको एलर्जी है तो फिर आप लेटेक्स कॉन्डम न खरीदें। फिर चाहे वह कितने भी पतले क्यों न हों।

कई पतले कॉन्डम ऑइल बेस्ड लुब्रिकेंट्स के साथ आ रहे हैं। ऐसे कॉन्डम के बजाय वॉटर बेस्ड या फिर सिलिकन बेस्ड कॉन्डम का यूज करें। कई लोग मानते हैं कि कॉन्डम जितना पतला होगा उतना ही वह रिस्की होगा और फट जाएगा। जबकि ऐसा नहीं है। जापानी कॉन्डम की तरह अन्य उपलब्ध पतले कॉन्डम पर कई तरह के टेस्ट किए जाते हैं और उन्हें तभी पास किया जाता है जब वे उनमें खरे उतरते हैं।