क्या शर्म है, उनकी ही पीढ़ियों के लोग नेहरू सरनेम क्यों नहीं रखते: पीएम मोदी

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नई दिल्ली। पीएम नरेंद्र मोदी ने राज्यसभा में भाषण देते हुए गुरुवार को कांग्रेस पर परिवारवाद का आरोप लगाते हुए जमकर हमला बोला। उन्होंने कहा कि हम पर राज्यों से टकराव के आरोप लगाए जाते हैं, लेकिन ये लोग जब सत्ता में रहे तो 90 बार राज्यों की सरकारों को हटा दिया।

प्रधानमंत्री ने कहा कि हमारी सरकार पर राज्यों से टकराव के आरोप लगते हैं। लेकिन इनकी जब सत्ता थी तो 90 बार आर्टिकल 356 का इस्तेमाल करके सरकार राज्यों में गिरा दी गई। उन्होंने कहा कि अकेली इंदिरा गांधी ने ही 50 बार इस नियम का इस्तेमाल करते हुए राज्यों में सरकारों को गिरा दिया। पीएम मोदी ने कहा कि केरल में कम्युनिस्टों की सरकार हो या फिर तमिलनाडु में करुणानिधि और एमजीआर की सरकारों को भी इन्होंने हटा दिया।

यही नहीं सरकारी योजनाओं के नामकरण को भी पीएम मोदी ने मुद्दा बनाते हुए परिवारवाद का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि मैं कहीं पढ़ रहा था कि एक ही परिवार के लोगों पर 600 योजनाओं के नाम थे। प्रधानमंत्री ने कहा कि एक परिवार के नाम पर ही 600 योजनाएं थीं, नेहरू का नाम न लेने पर आहत हो जाते हैं कुछ लोग। फिर भी मेरा यह सवाल है कि उनकी पीढ़ियों के लोग नेहरू सरनेम क्यों नहीं रखते, क्या शर्म है। देश के पहले पीएम रहे हैं। हम तो उनका नाम लेंगे ही, लेकिन उनकी ही पीढ़ियां नेहरू सरनेम क्यों नहीं रखती हैं।

पीएम मोदी ने कहा कि किसी कार्यक्रम में नेहरू जी का नाम न लो तो कुछ लोगों के बाल खड़े हो जाते हैं। प्रधानमंत्री ने कहा कि परिवारवाद अच्छी बात नहीं है। इसकी बजाय देश के नायकों का सम्मान होना चाहिए। उन्होंने कहा कि यह देश किसी परिवार की जागीर नहीं है। खेल रत्न पुरस्कार का नाम मेजर ध्यानचंद पर कर दिया। अंडमान में एक द्वीप का नाम नेताजी सुभाष चंद्र बोस पर किया। हमने द्वीपों का नाम परमवीर चक्र पाने वाले सेनानियों के नाम कर दिया। सदन में पीएम मोदी के भाषण के बीच अडानी-मोदी भाई-भाई के नारे भी लगते रहे।

विपक्ष के हंगामे पर पीएम नरेंद्र मोदी ने शायराना तंज कसा। उन्होंने कहा-

कीचड़ उसके पास था, मेरे पास गुलाल।
जो भी जिसके पास था, उसने दिया उछाल।

यह सही बात है कि आप जितना कीचड़ उछालोगे, उतना ही कमल खिलेगा। आप लोगों का कमल खिलाने में अहम योगदान रहा है। इसके लिए मैं उनका भी आभार व्यक्त करता हूं।