कोटा स्टोन पर दूसरे दिन भी टैक्स क्लियर नहीं, 300 फैक्ट्रियों में लदान रुका

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जीएसटी इम्पैक्ट : सैंड और कोटा स्टोन पर रॉयल्टी, जीएसटी लगने से खफा व्यापारी

 कोटा । जीएसटी लागू हुए दो दिन हो गए, लेकिन कोटा स्टोन पर कितना टैक्स लगेगा, अभी तक यह तय नहीं हो पाया है। इससे जिले की 300 से ज्यादा फैक्ट्रियों में लदान और विक्रय बंद हो गया है। वहीं, सैंड स्टोन पर रॉयल्टी 143 रुपए टन और 5 प्रतिशत जीएसटी से उनके धंधे पर दोहरी मार हो गई है। इससे पूरा कारोबार ठप पड़ा है। इसके लिए सैंड स्टोन कारोबारी मुख्यमंत्री वसुधरा राजे से मिलने की बात कर रहे हैं। 

कोटा स्टोन के स्लैब का पता नहीं लग पाया है। स्टोन  व्यापारी सेल्स टैक्स विभाग के चक्कर काट रहे हैं, लेकिन उन्हें कोई अधिकारी संतोषजनक जवाब नहीं दे पा रहा है। हाड़ौती स्टोन एसोसिएशन के महासचिव मुकेश त्यागी ने बताया कि दो दिन से उपायुक्त एनके गुप्ता से बात कर रहे हैं, लेकिन वे कोई जवाब नहीं दे पा रहे हैं।

इससे कोटा जिले की 300 फैक्ट्रियों में काम ठप पड़ा है। रोजाना 5 से 6 करोड़ का कारोबार प्रभावित हो रहा है। ऐसे में करीब 20 हजार लोगों के साथ रोजगार का संकट हो गया है। इसके लिए रविवार शाम को सभी व्यवसायियों ने मीटिंग की है, लेकिन किसी के कुछ समझ में नहीं रहा है। जल्द इस पर कोई नतीजा नहीं निकला तो आंदोलन किया जाएगा। केंद्र राज्य सरकार को जल्द ही इस बारे में स्थिति स्पष्ट करनी चाहिए।

सैंड स्टोन का 40 से 50 करोड़ का कारोबार प्रभावित
हाड़ौती स्टोन मर्चेंट विकास समिति के संभागीय अध्यक्ष उत्तमअग्रवाल ने बताया कि सैंड स्टोन का काम दो दिन से बंद है। सैंड स्टोन पर दोहरा टैक्स देना पड़ रहा है। सरकार को रॉयल्टी से वैट हटाना चाहिए। इससे जीएसटी का प्रभाव सैंड स्टोन पर नहीं पड़ेगा। रोज 500 से ज्यादा गाड़ियां खान स्टॉक से भेजी जाती हैं, लेकिन सबका काम बंद है। इससे 1500 व्यापारी और 250000 लोगों का रोजगार बंद पड़ा है।

एक प्रकार का टैक्स नहीं लगाया है। इस संबंध में जन अभाव अभियोग के चेयरमैन श्रीकृष्ण पाटीदार से बात की है। जल्दी ही सीएम से मुलाकात करेंगे। आंदोलन के लिए मीटिंग बुलाई गई है। इसमें आंदोलन को लेकर चर्चा की जाएगी, नहीं तो व्यापार पूरा चौपट हो जाएगा।

बिल को लेकर असमंजस
ट्रकयूनियन के अध्यक्ष नवरत्न सिंह राजावत ने बताया कि कोटा सैंड स्टोन का लदान बंद होने से रविवार को भी 1500 ट्रक खड़े रहे। स्टोन व्यवसायी असमंजस में हैं कि वे कैसे और कितने का बिल बनाएं। स्टोन का मामला सही नहीं हुआ तो ट्रक चालकों के सामने भी संकट खड़ा हो जाएगा।

आज क्लियर हो जाएगा कोटा स्टोन का मैटर

यह सही है कि कोटा स्टोन को लेकर असमंजस है। इसके लिए काउंसिल से राय मांगी गई है। आज मामला क्लियर हो जाएगा। होटल वालों को दो तरह के ही टैक्स लेने हैं। इसमें आधा केंद्र और आधा राज्य सरकार का है। इसमें किसी तरह का कोई कन्फ्यूजन नहीं है।
-एनके गुप्ता, उपायुक्त सेल टैक्स