कॅरियर सिटी कोटा संवार रहा शहीदों के बच्चों का भविष्य

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  • इंजीनियरिंग व मेडिकल प्रवेश परीक्षाओं की तैयारी के लिए निशुल्क कोचिंग
  • 31 से अधिक शहीदों के बच्चे एलन में कर रहे निशुल्क पढ़ाई
  • 5 हजार सेना में कार्यरत व सेवानिवृत्त जवानों के बच्चों का भविष्य भी संवार रहा

कोटा। कॅरियर सिटी कोटा देश की तकदीर संवार रहा है। शहीदों की शहादत को अपने ही अंदाज में सलाम कर रहा है। शहीद हमारे बीच भले ही नहीं हों लेकिन कोटा उनके सपना को पूरा कर रहा है। शहीद परिवारों की आंखों के आंसू भले सूख चुके हों, लेकिन उनके बच्चों के संकल्पों को पूरा करने में कोटा पूरी शिद्धत से लगा है।

यहां के एलन कॅरियर इंस्टीट्यूट में 31 शहीदों के बच्चों को निशुल्क कोचिंग मिल रही है। इनमें 21 स्टूडेंट्स कोटा तथा 10 स्टूडेंट्स देश के अन्य स्टडी सेंटर्स पर अध्ययनरत हैं। देश के विभिन्न हिस्सों से कोटा आकर पढ़ने वाले इन विद्यार्थियों को यहां के कोचिंग संस्थान और आमजन पूरी मदद कर रहे हैं। इन विद्यार्थियों को शुल्क में रियायत दी जा रही है वरन हॉस्टल व अन्य सुविधाएं भी इन विद्यार्थियों को रियायती दर पर उपलब्ध करवाई जा रही है।

कई राज्यों के हैं शहीद
देश की आन-बान-शान के लिए शहीद होने वालों में देश के हर कोने के जांबाज शामिल हैं। इसमें हरियाणा, पश्चिम बंगाल, मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश, राजस्थान, जम्मू-कश्मीर, बिहार, उत्तराखंड समेत कई राज्यों के शहीद होने वाले सैनिक शामिल हैं।

अन्य सैनिकों के बच्चों को भी प्रोत्साहन
शहीद सैनिकों के अलावा सेना में कार्यरत एवं सेवानिवृत्त सैनिकों के बच्चों को भी उनकी मेडिकल व इंजीनियरिंग प्रवेश परीक्षा की तैयारियों के लिए करवाई जाने वाली कोचिंग के शुल्क में एलन द्वारा रियायत दी जा रही है। सत्र 2019-20 में ऐसे करीब 4893 विद्यार्थी एलन में अध्ययनरत भी हैं, जिनमें कोटा में 3505 तथा अन्य शहरों के अध्ययन केन्द्रों पर 1388 स्टूडेंट्स शामिल हैं।

करगिल से लेकर पुलवामा तक के शहीद शामिल
कोटा में पढ़ाई कर रहे बच्चों के शहीद परिजनों ने देश के विभिन्न क्षेत्रों में सरहदों की रक्षा करते हुए या आतंकियों से मुकाबला करते हुए अपनी जान गंवाई। इसमें जम्मू कश्मीर से लेकर दंतेवाड़ा तक आतंकियों और नक्सलियों से मुठभेड़, सियाचीन से लेकर करगिल तक के संघर्ष शामिल हैं। पुलवामा में हुए आतंकी हमले के शहीद भी इसमें शामिल हैं।

संजय कुमार यादव जो जम्मू कश्मीर में ऑपरेशन रक्षक के दौरान 2003 में शहीद हुए उनकी पुत्री शिवानी यहां पढ़ रही है। इसके साथ ही डोडा जम्मू कश्मीर में आतंकियों से लोहा लेते हुए शहीद हुए अनिरूद्ध प्रताप सिंह के पुत्र अभिरूद्ध प्रताप सिंह, पंचमड़ी में नक्सली हमले में शहीद हुए राजेन्द्र राय के पुत्र रिषव राय, दंतेवाड़ा में नक्सली हमले में शहीद सर्वदेव सिंह की पुत्री प्रियांजलि, कारगिल में 1999 में ऑपरेशन विजय में शहीद हुए रम्भू सिंह के पुत्र रोहित कुमार शामिल है।

अवंतिपोरा पुलवामा श्रीनगर में आतंकवादियों द्वारा किए गए आईइडी ब्लास्ट में शहीद भगवान सिंह तोमर की पुत्री प्रिया तोमर, इम्फाल में हुई मुठभेड़ में मोहम्मद जोबेर के पुत्र मोहम्मद हामिद यहां पढ़ रहे हैं। इसके साथ ही पुलवामा हमले में शहीद हुए कोटा में सांगोद के हेमराज मीणा के पुत्र अजय मीणा तथा देहरादून के शहीद मोहनलाल की पुत्री कुमारी गंगा भी इसमें शामिल है।

शौर्य छात्रवृत्ति दी जाती है
देश सेवा को समर्पित इन वीर जवानों के बच्चों को एलन द्वारा शौर्य छात्रवृत्ति दी जाती है। जिसमें शहीदों व सैनिकों के बच्चों के लिए 15 से लेकर 90 प्रतिशत तक की छात्रवृत्ति दी जा रही है। पुलवामा शहीदों के बच्चों को निशुल्क पढ़ाई के साथ-साथ अन्य सुविधाएं भी दी जा रही हैं। नवीन माहेश्वरी, निदेशक, एलन कॅरियर इंस्टीट्यूट, कोटा