किसानों की उत्पादकता बढाने में इनपुट डीलर्स की भी महत्वपूर्ण भूमिका

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कोटा। किसानों की उत्पादकता बढाने में कृषि पर्यवेक्षकों के साथ इनपुट डीलर्स की भी महत्वपूर्ण भूमिका होती हैं। ऐसे में इनपुट डीलर्स को भी कृषि आदान खाद, बीज, पेस्टीसाइडस के लाभ-हानि फसलों में छिडकाव की मात्रा की जानकारी होनी चाहिए।

यह बात बुधवार को नयापुरा स्थित राज्य कृषि प्रबन्ध संस्थान (श्याम) कोटा में देशी (डिप्लोमा इन एग्रीकल्चर एक्सटेंसन सर्विसेज फोर इनपुट डीलर्स) प्रशिक्षण के समापन समारोह में संस्थान के निदेशक शरद गोधा ने कही, जो इस प्रशिक्षण में मुख्य अतिथि के रूप में इनपुट डीलर्स को सम्बोधित कर रहे थें। कार्यशाला में सम्भाग के 40 इनपुट डीलर्स ने प्रशिक्षण प्राप्त किया।

गोधा ने उत्तीर्ण प्रशिक्षणार्थियों को डिप्लोमा सर्टिफिकेट प्रदान किया तथा आव्हान किया जो ज्ञान एक वर्ष में प्राप्त किया उससे किसानों को लाभान्वित करें। कृषकों को उचित मात्रा में उर्वरक व कीटनाशक प्रयोग करने की सलाह दी।

समारोह में सह निदेशक कृषि, (श्याम) राशिद खान ने प्रशिक्षण के बारे में जानकारी देते हुए कहा कि इस प्रशिक्षण को प्राप्त करने पर सभी प्रशिक्षणार्थी कृषकों की हर प्रकार की समस्या का समाधान उनके आदान केन्द्र पर ही करेगें। उनको उर्वरक कीटनाशक का सन्तुलित प्रयोग तथा जैविक खेती की जानकारी के साथ-साथ विभागीय योजनाओं की पूर्ण जानकारी भी कृषकों को देगें।

समारोह में कार्यक्रम के स्टेट कोर्डीनेटर के.के मंगल, संयुक्त निदेशक कृषि (विस्तार), रामावतार शर्मा, संयुक्त निदेशक उद्यान पी.के. गुप्ता, डाॅ कल्पना शर्मा, संयुक्त निदेशक (शष्य) सी.ए.डी. कोटा एवं बी.एस. गिल एम.डी. सी.सी बी. कोटा एवं रामनिवास उप निदेशक कृषि, शंकर लाल जांगिड़, उप निदेशक सेन्टर ऑफ़ एक्सीलेन्सी सन्तरा नान्ता आदि उपस्थित रहे।

बैच के फैसिलेटटर गिरिराज प्रसाद मेहरा को भी शाल ओढ़ाकर एवं स्मृति चिन्ह् देकर सम्मानित किया गया। सह निदेशक (श्याम) राशिद खान ने सभी अतिथियों को स्मृति चिन्ह् भेंट किये। इस कार्यक्रम में इस संस्थान के सहायक अभियंता संजय जिन्दल एवं कृषि अधिकारी जया मेहरा ने भी कार्यक्रम में भाग लिया।