कवि मयूख, डॉ. साहनी एवं कमलेश को वयोश्रेष्ठ श्री सम्मान

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वयोश्रेष्ठ श्री सम्मान प्राप्त करते बशीर अहमद मयूख, डॉ. आरसी साहनी एवं कमला कमलेश।

कोटा। राजकीय सार्वजनिक मंडल पुस्तकालय में अंतरराष्ट्रीय वृद्धजन दिवस -2019 के अन्तर्गत वरिष्ठ नागरिकों के लिए संभाग स्तरीय सम्मान समारोह ‘आयुष्मान भवः’ का आयोजन किया गया। जिसमें डॉ.आरसी साहनी, अंतरराष्ट्रीय कवि बशीर अहमद ‘मयूख’, कमला कमलेश को ‘‘वयोश्रेष्ठ श्री सम्मान 2019’’ से साफा, शाल, सम्मान पत्र, मेड़ल व श्रीफल देकर नवाजा गया। इनके अलावा विभिन्न क्षेत्रो से सेवानिवृत 51 वरिष्ठ नागरिकों को उनकी उत्कृष्ठ सेवा एवं सामाजिक योगदान के लिए ’वयोश्री सम्मान 2019’ से सम्मानित किया।

सम्मानित होने वालों में साहित्य, शिक्षा, अभियांत्रिकी, चिकित्सा, कार्पोरेट, बैंक, समाजसेवा, सगीत, अभिनय, मंत्रालयिक, उदघोषक, लेखा, रक्षा तथा पत्रकारिता सहित विभिन्न सेवा से जुडे हुए वरिष्ठ जनों को सम्मानित किया गया।

कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए कवि बशीर अहमद ‘मयूख’ ने कहा कि परिवार को जोड़े रखने के लिए परस्पर आपसी सहयोग एवं सामंजस्य जरूरी है।उन्होंने आज के कवियों से आग्रह किया कि ताली बटोरनें के बजाय सामाजिक सरोकार के लिए कविता पाठ करें। उन्होंने इस मौके पर वेदों की ऋचाओं से आह्वान के साथ गजल तथा गीत सुनाए।

मुख्य अतिथि डॉ. साहनी ने कहा कि आयु केवल एक अंक (एज इज ओनली द नम्बर) है। हमेशा मुस्करातें रहिए और दूसरों को भी मुस्कराहट दीजिए । इस अवसर पर कवि महेश पंचोली की ‘‘पुस्तक’’ थीम पर रचित कविता ‘‘पुस्तक दोस्त है भाई है जीवन है’’ के पोस्टर का विमोचन किया ।

बतौर आमंत्रित वक्ता मुकुट मणिराज राजस्थानी साहित्यकार, रेणु घोष संगीतज्ञ, डॉ. हुकमचंद जैन इतिहासविद, जितेन्द्र निर्मोही साहित्यकार, शकुर अनवर , सलीम फरीदी, ने अपना व्याख्यान दिया। मधु शर्मा सचिव इनर व्हील कोटा नाॅर्थ एवं रूबीना काजी कोटा काॅलाज को कार्यक्रम सहयोग के लिए सम्मानित किया गया।

उदघाटन भाषण में डॉ. दीपक कुमार श्रीवास्तव नें कहा कि जीवन यात्रा एक सीधी रेखा नही है। अपितु सम तथा विषम परिस्थियों का सम्मिश्रण है। या यूं कहें पेन तथा प्लेजर का काॅम्बिनेशन है। इसलिए प्रति क्षण आनन्द लीजिए। कार्यक्रम का संचालन सीमा घोष ने किया।

इनका भी हुआ सम्मान

वयोश्रीसम्मान 2019 में सम्मानित होने वालें वरिष्ठजन में सागिर हसन काजी (चिकित्सा), जितेन्द्र निर्माेही (साहित्य), मुकुट मणिराज (साहित्य), बाबू बंजारा (साहित्य), ओम सोनी मधुर अंता (साहित्य), जय सिंह आसावत नैनवा बून्दी (साहित्य), डॉ. गोपाल कृष्ण भट्ट (साहित्य) डॉ. रघुनाथ मिश्र (साहित्य), खुशपाल सिंह चौधरी (साहित्य), सलीम अफरीदी (साहित्य), शकुर अनवर (साहित्य), हरीश शर्मा ‘हरीश’ (साहित्य), विश्वामित्र दाधीच (साहित्य), डाॅ आई बी सक्सेना (साहित्य), आर एस कर्मयोगी (साहित्य)।

भगतसिंह मयंक (साहित्य), सुरेन्द्र सिंह गौड़ (साहित्य), वीणा अग्रवाल, (साहित्य), गोरस प्रचण्ड(साहित्य), भगवती प्रसाद गौतम (साहित्य), डाॅ अब्दूल फरीद खान (साहित्य), ए. जमील कुरेशी (साहित्य), किशन लाल वर्मा (साहित्य), नाथूलाल निर्डर बाॅरा(साहित्य), शेलेन्द्र जजपुरियाॅ (काॅर्पोरेट), श्रीमणलाल मीणा (बैकिंग), बी.एस. चन्द्रावत (बैकिंग), अशोक ढल (बैकिंग), विष्णुकान्त (अभियांत्रिकी) विष्णुचन्द्र अग्रवाल (अभियांत्रिकी ), उषा मिश्रा (समाजसेवा), मधु अग्रवाल (समाजसेविका), अनीता माथुर (पुस्तकालय)।

रेणु घोष (संगीत), सलीम रोबीन (संगीत), भीम सिंह तवॅर (मंत्रालिक सेवा), प्रो. हरिमोहन शर्मा (उच्च शिक्षा), डाॅ. एस सी जैन (उच्च शिक्षा), के बी भारतीय ( उच्च शिक्षा ) प्रो. राधेश्याम मेहर (उच्च शिक्षा,) डाॅ गोपाल धाकड़ (उच्च शिक्षा), सत्यनारायण विजय (विद्यालय शिक्षा), नारायण लाल नामा (विद्यालय शिक्षा), धनराज गुप्ता (लेखा परिक्षक), मनोहर पारीक (पत्रकारिता), डाॅ प्रभात सिंघल (पत्रकारिता), केबी दीक्षित (उदघोषक), शामिल है।