कटारिया को असम का राज्यपाल बना कर वसुंधरा राजे का रास्ता साफ किया

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-ओम कटारा
कोटा।
वरिष्ठ भाजपा नेता एवं राजस्थान विधानसभा में प्रतिपक्ष नेता गुलाबचंद कटारिया को राज्यपाल बनाकर बीजेपी हाईकमान ने पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे का रास्ता साफ कर दिया है। लगता है इस साल होने वाले विधानसभा चुनाव में बीजेपी हाईकमान वसुंधरा राजे को ही सीएम चेहरे के रूप में प्रोजेक्ट करेगा।

माना जा रहा है कि श्रीमती राजे को पिछले दिनों से अपनी सक्रियता की मुहिम में आखिर कामयाबी मिल ही गई। बताया जा रहा है कि अब प्रतिपक्ष नेता श्रीमती राजे को ही बनाया जाएगा। इसके अलावा राजेंद्र सिंह राठौड़ तथा दलित वर्गीय चेहरे के रूप में जोगेश्वर गर्ग एवं मदन दिलावर का भी नाम प्रतिपक्ष नेता बनाए जाने के रूप में सामने आ रहा है।

उदयपुर क्षेत्र से 8 बार विधायक रह चुके गुलाबचंद कटारिया राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ पृष्ठभूमि के जाने-माने नेता हैं। राजस्थान में जब भी बीजेपी सरकार बनी उसमें गृह मंत्री समेत कई महत्वपूर्ण विभागों के मंत्री रह चुके हैं। साथ ही उन्हें पूर्व सीएम वसुंधरा राजे के समक्ष बतौर चुनौती माना जाता रहा है। कटारिया को राज्यपाल बना देने से बीजेपी में अब श्रीमती राजे के कद के मुकाबले शायद ही कोई नेता खड़ा नजर आए। एक तरह से उन्हें राजस्थान की राजनीति से अलविदा कर दिया गया है।

यह अलहदा बात है कि कोटा बूंदी सांसद लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला का बीजेपी हाईकमान यानी पीएम मोदी राजस्थान की राजनीति में किस तौर पर उपयोग करते हैं। वैसे कहा जाता रहा है कि वसुंधरा राजे संघ की पसंद कभी नहीं रही। फिर भी उनकी लोकप्रियता और जन स्वीकार्यता के चलते संघ को भी आखिर सहमति देनी ही पड़ी। या फिर यह कहे कि संघ की शर्तों के अनुरूप वे संघ को मनाने में सफल रही।

वैसे वर्तमान में बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया संघ पृष्ठभूमि से ही आते हैं। पूनिया और वसुंधरा के बीच 36 का आंकड़ा है । उन्हें भी विरोधी खेमे ने अध्यक्ष पद से हटाने के लिए काफी जोड़-तोड़ किया लेकिन सफल नहीं रहे।