औद्योगिक भूखण्डों पर बने होस्टल्स न टूटेंगे और न होगा अधिग्रहण: धारीवाल

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जयपुर। स्वायत्त शासन मंत्री शांति कुमार धारीवाल ने कोटा में औद्योगिक भूखंडों पर बिना अनुमति हॉस्टल बना चुके उद्यमियों को भरोसा दिलाया है कि किसी के होस्टल को तोड़ने व बेदखल नहीं करने दिया जायेगा। इसके लिए सरकार ने रीको के उच्च अधिकारियों को निर्देश दे दिये हैं।

उन्होंने कहा कि कोटा के शैक्षणिक माहौल को किसी भी हालत में बिगडने नहीं दिया जायेगा। सरकार इसके लिये कटिबद्ध है। यह गम्भीर विषय है जो कोटा के शैक्षणिक माहौल एवं रोजगार से जुड़ा हुआ है, जिसे सरकार किसी भी हालत में बिगड़ने नहीं देगी।

इससे पहले कोटा व्यापार महासंघ के अध्यक्ष क्रांति जैन एवं महासचिव अशोक माहेश्वरी के नेतृत्व में एक प्रतिनिधि मण्डल ने जयपुर में राजस्थान के स्वायत्त शासन मंत्री शांति कुमार धारीवाल से भेंट कर उन्हें कोटा के औद्योगिक क्षेत्र के भूखण्डों पर बने होस्टलों को रीको द्वारा निरस्त कर उन्हें अधिग्रहण की कार्यवाही की सम्पूर्ण जानकारी दी।

माहेश्वरी ने स्वायत्त शासन मंत्री धारीवाल को बताया कि वर्तमान में कोटा शहर का औद्योगिक पतन हो चुका है और काफी उद्योग बन्द हो चुके हैं । इन्द्रप्रस्थ औद्योगिक क्षेत्र में 75 प्रतिशत से अधिक व्यावसायिक गतिविधियां संचालित हैं। मई-2014 के पहले बहुतायात में इस क्षेत्र में रीको द्वारा व्यावसायिक गतिविधियों की अनुमति दी जाती थी।

इस क्षेत्र में कोचिंग संस्थानों के होने से यहां बन्द पड़े उद्योगों में नई स्फूर्ति आई और उद्योगों में भारी घाटा खा चुके उद्यमियों ने पुनः कर्जा लेकर सन् 2012 के बाद यहां होस्टलों का निर्माण किया। सन 2012 से 2015 के बीच यह सभी होस्टल पूर्णतया संचालित होने लगे। लेकिन, अचानक मई 2014 से बिना किसी वजह से रीको ने इन्द्रप्रस्थ औद्योगिक क्षेत्र में व्यावसायिक गतिविधियों की अनुमति पर रोक लगा दी गई।

15 सितम्बर 2019 से रीको द्वारा इन भूखण्डों के अधिग्रहण करने की कार्यवाही के नोटिस दे दिये। रीको द्वारा अचानक की गई अधिग्रहण की कार्यवाही शुरू करने से यहां के उद्यमियों में भय का माहौल पैदा हो गया। इस तरह के नीति से यहां की आर्थिक स्थिति ओर अधिक खराब हो जायेगी।

उन्होंने स्वायत्त शासन मंत्री को कहा कि औद्योगिक क्षेत्र की भौगोलिक स्थिति को देखते हुये इस क्षेत्र को शैक्षणिक जोन घोषित करने की प्रक्रिया अपनाएं, जिससे इस क्षेत्र का समुचित विकास हो सके। साथ ही रीको की इस तरह की जटिल नीतियों में बदलाव लाकर वर्तमान में आये इस संकट को दूर करके कोटा के उद्यमियों को राहत प्रदान करें।

प्रतिनिधिमण्डल में मौजूद दी एस.एस.आई. एसोसियेशन के संस्थापक अध्यक्ष गोविन्द राम मित्तल ने स्वायत्त शासन मंत्री शांति कुमार धारीवाल बताया कि कोटा के इन्द्रप्रस्थ औद्योगिक क्षेत्र में करीब 75 प्रतिशतव्यावसायिक गतिविधियां संचालित है। इस तरह से रीको द्वारा होस्टलों के भूखण्डों को निरस्त कर अधिग्रहण करने की कार्यवाही से उद्यमियों को भारी आर्थिक नुकसान होगा।

वर्तमान समय में व्यापार व उद्योग में भारी मंदी को झेलते हुये यहां एक मात्र कोचिंग एवं होस्टल व्यवसाय से करीब 5 लाख लोगों को रोजगार मिल रहा है। प्रतिनिधि मण्डल में दी एस.एस.आई. एसोसियेशन के पूर्व महासचिव अमित सिंघल एवं अजय मित्तल भी शामिल थे।