एंटीलिया केस: सचिन वाझे ने ही भिजवाया था जैश- उल- हिंद वाला मैसेज

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मुंबई। मुकेश अंबानी की एंटीलिया बिल्डिंग के बाहर जिलेटिन वाली स्कॉर्पियो खड़ी करने के बाद आतंकवादी संगठन जैश उल हिंद के नाम से एक मैसेज आया था। इसमें दावा किया गया था कि स्कॉर्पियो में जिलेटिन उसी संगठन ने रखे थे। एनआईए की जांच में इस केस में भी सचिन वझे और एक सीनियर आईपीएस अधिकारी रडार पर हैं। एनआईए इस केस में दाऊद गैंग के एक अभियुक्त से पूछताछ कर सकती है। वह मुंबई के चर्चित जे. जे. शूटआउट में कनविक्ट हुआ था।

विश्वस्त सूत्रों के अनुसार, दाऊद गैंग के इस अभियुक्त से पहले कहा गया था कि दुबई से किसी के जरिए वहां के सर्वर से यह मैसेज भेजे। लेकिन उसने दिल्ली की तिहाड़ जेल से यह मैसेज किसी आरोपी के टेलिग्राम अकाउंट से भिजवाया। जब यह मैसेज सार्वजनिक हुआ, तो सूत्रों के अनुसार, वाझे को डर लगा कि आतंकवादी संगठन के नाम से आए इस मैसेज से केंद्रीय जांच एजेंसियां सक्रिय हो जाएंगी। इसलिए एक दिन बाद जैश- उल- हिंद के नाम से फिर एक मैसेज भिजवाया गया कि हमारी पिछले मैसेज भेजने में कोई भूमिका नहीं है।

खबरें इस तरह की आईं थीं कि एक प्राइवेट साइबर एजेंसी ने मुंबई पुलिस को रिपोर्ट दी कि जैश- उल- हिंद के नाम से आए यह दोनों मैसेज दिल्ली की तिहाड़ जेल से भेजे गए। लेकिन अब पता चला है कि उस प्राइवेट एजेंसी के नाम से रिपोर्ट मेन्युप्लेट की गई। दिल्ली पुलिस की स्पेशल जेल ने स्वत: संज्ञान लेते हुए तिहाड़ जेल में इंडियन मुजाहिदीन के आरोपी तहसीन अख्तर की बैरक में रेड डाली और वहां से कुछ मोबाइल जब्त भी किए गए। वह मोबाइल फॉरेंसिक लैब में जांच के लिए भेजे गए हैं।

खबरें इस तरह की भी आ रही हैं कि दरअसल जे. जे. शूटआउट के अभियुक्त ने अपने किसी आदमी के जरिए तहसीन अख्तर की बैरक के पास से जैश- उल- हिंद के नाम से यह मैसेज भिजवाए, ताकि मोबाइल लोकेशन की वजह से शक उस पर नहीं, तहसीन अख्तर पर जाए। इस केस में सचिन वाझे के अलावा मुंबई पुलिस का एक सीनियर आईपीएस अधिकारी व कुछ अन्य अधिकारी भी जांच के घेरे में हैं। एनआईए की टीम शुक्रवार को गिरगांव के प्रतिष्ठित रेस्तरां भी गई और वहां के कर्मचारियों से पूछताछ की। ऐसा बताया जाता है कि जिलेटिन वाली साजिश रचने के लिए सचिन वझे ने यहां भी मीटिंग की थी।