आरकेपुरम मुक्तिधाम कोटा में गोकाष्ठ से प्रथम निःशुल्क दाह संस्कार संपन्न

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कोटा। Go Kasht: वैश्विक पर्यावरण संरक्षण गौ संर्वधन की दिशा मे कार्य करते हुए गोमय परिवार, अशंदानी फाउंडेशन एवं समाजसेवी संस्थाओं के सहयोग से पहली बार पारम्परिक लकडी से होने वाले अन्तिम संस्कार के बजाय रविवार को आरकेपुरम मुक्तिधाम अमरलोक पर गोकाष्ठ गोमय समीधा से निःशुल्क अंतिम संस्कार सफलता पूर्व सम्पन्न करवाया।

इस अवसर पर कोटा दक्षिण के विधायक संदीप शर्मा ने कहा कि गोमय परिवार द्वारा पर्यावरण को बचाने के लिए यह एक बहुत अच्छी पहल की गई है। हम चाहते हैं कि कोटा शहर के हर मुक्तिधाम पर इस तरह की व्यवस्था हो, जहां पर गोकाष्ठ से अन्तिम संस्कार किया जा सके जिससे पर्यावरण के साथ साथ परिवार पर आर्थिक बोझ भी नही पडेगा। पेडों को कटने से बचाया जा सकेगा। साथ ही उन्होंने विधायक कोष से गोमय विमान बनवाने की भी घोषणा की, जिससे शहर के सभी मुक्तिधाम पर यह व्यवस्था बन सके ।

तीन रुपए में अंतिम संस्कार
इस अवसर पर दी एसएसआई एसोसिएशन के संस्थापक अध्यक्ष गोविंद राम मित्तल ने कहा कि गोकाष्ठ से अंतिम संस्कार के लिए किसी प्रकार का शुल्क नहीं लिया जाएगा। जबकि, लकड़ियों से एक अंतिम संस्कार करने पर करीब 5 क्विंटल लकड़ी लगती है, जो करीब 2 बड़े पेड़ों की होती हैं। साथ ही कंडे भी जलते हैं। लकड़ी व कंडे पर 3 से साढ़े 3 रुपए खर्च होते हैं।

गोकाष्ठ से अभी शहर के आरकेपुरम मुक्तिधाम में लकड़ियां जलाए बिना सनातन विधि से अंतिम संस्कार किया जा सकता है। इसके लिए पिछले 2 माह से कार्य कर रहे जयपुर के गोमय परिवार एवं अंशदानी फाउंडेशन ने सारी व्यवस्थाएं कर ली हैं। मुक्तिधाम में पर्याप्त मात्रा में गोबर से बनी लकड़ियां ‘गोकाष्ठ’ स्टोर कर दी हैं। साथ ही लोहे का स्ट्रक्चर (गोमय विमान) भी पहुंचा दिया है।

18 हजार पेड़ बचेंगे
कोटा व्यापार महासंघ के महासचिव अशोक माहेश्वरी ने कहा कि समाज सेवा की दिशा में लिए एक अच्छी पहल है। जिससे दाह संस्कार में दो पेड़ों को कटने से बचाया जा सकता है, जिससे पर्यावरण भी संतुलित होगा। उन्होंने कहा की शहर मे 22 मुक्तिधाम बड़े और आसपास के इलाकों में करीब 28 छोटे मुक्तिधाम हैं। प्रत्येक दिन इनमें करीब 9 अंतिम संस्कार होते हैं। एक अंतिम संस्कार में 2 पेड़ों के बराबर लकड़ी का इस्तेमाल होता है। यदि सभी जगह गोकाष्ठ का उपयोग होने लग जाए तो सालाना 18 हजार पेड़ों को बचाया जा सकेगा।

गोकाष्ठ से निशुल्क अंतिम संस्कार
इस अवसर पर जयपुर से पधारे गोमय परिवार एवं अंशदानी फाउंडेशन के डॉक्टर सीताराम ने बताया कि आर के पुरम मुक्तिधाम में अंतिम संस्कार के लिए लाई गई गोकाष्ठ के लिए यहां सम्पर्क कर सकते हैं। संस्था के जोनल हैड परितोष गोविल ने बताया कि गोमय परिवार एवं अंशदानी फाउंडेशन गौ भक्तों एवं पर्यावरण प्रेमियों के सहयोग से गोकाष्ठ से निशुल्क अंतिम संस्कार करवाएगा। आवश्यकता होने पर कोई भी उनसे मोबाइल नंबर 8278616686 पर संपर्क कर सकता है।

22 मुक्तिधामों पर गोकाष्ठ की व्यवस्था
संस्था कुछ समय में शहर के सभी 22 मुक्तिधामों में यह व्यवस्था कर देगी। जो लोग पर्यावरण के प्रति जागरुक हैं, पेड़ बचाना चाहते हैं वे गोकाष्ठ से अंतिम संस्कार करवा सकते हैं। साथ इस इस अवसर पर सभी सदस्यों ने यह प्रतिज्ञा की कि एक अंतिम संस्कार के साथ दो पौधारोपण जाएगा। इसकी शुरुआत भी कोटा दक्षिण के विधायक संदीप शर्मा द्वारा आरके पुरम मुक्तिधाम में पौधारोपण करके की गई। इसी मुक्तीधाम पर 10 पौधे लगाए गए । उन्होंने बताया कि आरकेपुरम रामपुर पहला गोमई विमान समाजसेवी जीडी पटेल गुजराती समाज द्वारा लगाया गया है। शीघ्र एक और गोमय विमान किशोरपुरा मुक्तिधाम पर भी लगाया जाएगा। वहां पर भी गोकाष्ठ से निशुल्क दाह संस्कार किए जाएंगे।

यह भी रहे मौजूद
इस अवसर पर कोटा नगर निगम दक्षिण के महापौर राजीव अग्रवाल, पूर्व महापौर महेश विजय, विश्व हिन्दु परिषद के पूर्व अध्यक्ष विष्णु प्रकाश मित्तल, लघु उद्योग भारती महिला इकाई की शशी मित्तल, नगर विकास न्यास के पूर्व अध्यक्ष रविन्द्र त्यागी, कांग्रेस नेता राखी गौतम, प्रमुख समाज सेवी हेमलता गांधी, अशोक चांदना, जयपुर से पधारे अंशदानी फाउंडेशन के डायरेक्टर डॉक्टर सीताराम गुप्ता, केपी सिंह परितोष गोयल सहित कई समाजसेवी संस्थाओं एवं गौमय परिवार संस्था की हेमलता सेन एवं राजेश सेन सहित कई सदस्य मौजूद थे ।