अब सौंदर्य प्रसाधन पर भी होगा वेज-नॉनवेज का निशान

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नई दिल्ली। खाद्य पदार्थों की तरह ही जल्द सौंदर्य प्रसाधन सामग्री और टॉइलट में प्रयुक्त होने वाले सामानों जैसे फेसवॅाश, साबुन, शैम्पू और टूथपेस्ट पर भी जल्द ही भूरे/लाल या हरे बिंदु का चिह्न होगा। यह उत्पाद निर्माण में प्रयुक्त शाकाहारी या मांसाहारी स्रोत को दर्शाएगा।

केंद्रीय औषधि मानक नियंत्रण संगठन (CDSCO)के वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि औषधि तकनीकी सलाहकार बोर्ड (DTAB) ने इससे संबंधित प्रस्ताव को हाल में मंजूरी दी है। एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि औषधि तकनीकी सलाहकार बोर्ड (डीटीएबी) ने सौंदर्य प्रसाधन और टॉयलेट में प्रयुक्त होने वाले उत्पादों पर भूरा / लाल या हरे बिंदु को आवश्यक रूप से दर्शाने के प्रस्ताव को बुधवार को मंजूरी दे दी।

इस बदलाव को शामिल करने के लिए दवा एवं सौंदर्य प्रसाधन नियमावली, 1945 में संशोधन किया जाएगा। इससे संबंधित अधिसूचना आगामी छह महीने में जारी किए जाने की उम्मीद है। भारतीय औषधि महानियंत्रक (डीसीजीआई) डॉ. एस ईश्वर रेड्डी के अनुसार जैन समुदाय से संबंधित लोगों और उपभोक्ता मामलों के विभाग द्वारा मांग की जा रही थी कि सौंदर्य प्रसाधन और टॉइलेट में प्रयुक्त होने वाले उत्पादों के मांसाहारी या शाकाहारी होने के संकेत दर्शाए जाएं।

वर्तमान में देश में बेचे जा रहे प्रसंस्कृत खाद्य उत्पादों में अनिवार्य रूप से इस बात की जानकारी देनी होती है कि उसके उत्पादन का स्रोत शाकाहारी है या मांसाहारी। शाकाहारी खाद्य पदार्थ को हरे चिन्ह से पहचाना जाता है जबकि मांसाहारी खाद्य पदार्थ के लिए लाल बिंदु का प्रयोग किया जाता है।