अधीर रंजन के बिरला से आग्रह पर हंगामा करने वाले सांसदों का निलंबन टला

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नई दिल्ली। लोकसभा में कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी ने विपक्षी सांसदों के हंगामे के बाद स्पीकर ओम बिरला से मुलाकात की। उन्होंने अध्यक्ष से सांसदों को निलंबित न करने का आग्रह किया और उन्हें बताया कि सांसद लोगों की चिंता की बात उठा रहे हैं और सरकार विपक्षी सांसदों की नहीं सुन रही है। कांग्रेस के सूत्रों ने बताया कि लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने आश्वासन दिया है कि फिलहाल निलंबन नहीं किया जाएगा।

बता दें कि पेगासस जासूसी कांड, कोरोना त्रासदी के मुद्दे पर विपक्ष के तेवर तीखे रहे। कांग्रेस समेत 14 विपक्षी दलों के नेताओं ने सरकार को घेरने और दबाव बनाने की रणनीति पर चर्चा की। साथ ही राहुल गांधी और कई अन्य नेताओं ने पेगासस के मुद्दे पर लोकसभा में कार्यस्थगन का नोटिस भी दिया।

विपक्षी सदस्यों के लगातार हंगामे के चलते लोकसभा की कार्यवाही को गुरुवार तक के लिए स्थगित कर दिया गया। एएनआई ने सूत्रों के हवाले से खबर दी कि लोकसभा में स्पीकर की कुर्सी के प्रति अभद्र व्यवहार प्रदर्शित करने और कागज के टुकड़े फेंकने के लिए कुछ सांसदों को निलंबित किया जा सकता है। इन सांसदों में गुरजीत सिंह औजला, टीएन प्रथपन, मनिकम टैगोर, रवनीत सिंह बिट्टू, हिबी ईडन, ज्योतिमणि सेन्निमलई, सप्तगिरि शंकर उलाका, वी वैथिलिंगम और एएम आरिफ के नाम शामिल हैं। 

लोकसभा में विपक्षी दलों के सांसदों ने पर्चें फाड़कर सरकार के खिलाफ नारेबाजी की। इस दौरान एक बार फिर खेला होबे के नारे लगे। लोकसभा में भारी हंगामे के बीच भाजपा सांसद निशिकांत दुबे ने कांग्रेस सांसद शशि थरूर को आईटी कमेटी के चेयरमैन पद से हटाने की मांग की। उन्होंने शशि थरूर पर मनमानी का आरोप लगाया है। साथ ही कहा कि जब तक थरूर नहीं हटाए जाते तब तक हम बैठक में हिस्सा नहीं लेंगे। 

पेगासस जासूसी कांड को लेकर विपक्ष सरकार पर हमलावर है। इस मामले पर विपक्ष दलों के नेता प्रधानमंत्री और गृहमंत्री से जवाब मांग रहे हैं। वहीं, सरकार का कहना है कि विपक्ष ना तो सदन चलने देना चाहता है और ना ही चर्चा करना चाहता है। विपक्ष दलों की बैठक के बाद राहुल गांधी ने कहा कि पेगासस जासूसी कांड को लेकर किसी तरह का समझौता नहीं करेंगे। इसको लेकर 14 दलों की ओर से नोटिस दिया जाएगा।

मीडिया रिपोर्ट की मानें तो विपक्ष अलग-अलग मुद्दों पर बंटा हुआ था, लेकिन इस बैठक के बाद पेगासस जासूसी के मुद्दे पर पूरा विपक्ष एकजुट होकर सरकार को घेरने की तैयारी में है।