आईआईपी की नई शृंखला से गुटखा, कैलकुलेटर, टीवी पिक्चर ट्यूब को हटाया गया

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नयी दिल्ली। औद्योगिक उत्पादन के सूचकांक की नई शृंखला में गुटखा, कैलकुलेटर और रंगीन टीवी पिक्चर ट्यूब जैसी वस्तुओं को हटा दिया गया है जबकि स्टेरायॅड और रिफाइंड पॉम तेल जैसे जिंसों को इसमें जगह मिली है। नई श्रृंखला में 2011-12 को आधार वर्ष बनाया गया है।

सूचकांक में अब वस्तुओं की संख्या बढ़कर 809 हो गयी है जो पहले 620 थी। सरकार के उत्पादों में इस बदलाव का मकसद आर्थिक आंकड़ा को अधिक व्यापक तरीके से प्राप्त करना है। कुल 149 नये जिंसों में स्टेरायॅड, सीमेंट क्लिंगर, चिकित्सा : सर्जिकल सामान, पहले से तैयार कंक्रीट के ब्लाक और रिफाइंड पॉम तेल शामिल हैं।  वहीं कैलकुलेटर, कलर टीवी पिक्चर ट्यूब, गुटखा जैसे 124 जिंसों को 2004-5 की श्रृंखला से हटा दिया गया है।

सांख्यिकी और कार्यक्रम क्रियान्यन मंत्रालय के अधीन आने वाला केंद्रीय सांख्यिकी कार्यालय (सीएसओ) ने वृहत आर्थिक संकेतकों का आधार वर्ष संशोधित किया है। इसका कारण अर्थव्यवस्था में आये संरचनात्मक बदलावों को परिलक्षित करने और सूचकांकों की गुणवत्ता में सुधार तथा उसे अधिक प्रतिनिधिमूलक बनाना है।

मंत्रालय ने बयान में कहा गया कि अक्षय उर्जा स्रोतों से बिजली उत्पादन के बढ़ते महत्व को प्रतिबिंबित करने के लिये संबंधित आंकड़े को नई श्रृंखला में शामिल करने का फैसला किया गया है। आईआईपी के संग्रह के लिये आंकड़ों की रिपोर्ट को लेकर स्रोत एजेंसियां नई श्रृंखला में 14 होंगी जो पहले 15 थी।