RBI ने रेपो रेट में की 0.35% की कटौती, कम होगी कर्ज की EMI

0
1431

नई दिल्ली। महंगाई के लक्षित दायरे में रहने के बावजूद सुस्त आर्थिक गतिविधियों में तेजी लाने के लिए रिजर्व बैंक (RBI) ने द्विमासिक मौद्रिक समीक्षा बैठक में रेपो रेट 35 आधार अंकों की कटौती की है, जिससे घर, कार और पर्सनल लोन सहित सभी प्रकार के लोन के सस्ते होने की उम्मीद बनी है। अब रेपो रेट 5.40 फीसदी पर आ गई है। वहीं रिवर्स रेपो रेट (Reverse Repo Rate) 5.15 फीसदी कर दिया है।

इसके अलावा आरबीआई ने जीडीपी अनुमानों में भी बदलाव किया है। पहले जीडीपी का 7 फीसदी रहने के अनुमान रखा गया था जिसे घटाकर 6.9 फीसदी कर दिया है। रिजर्व बैंक ने बुधवार को चालू वित्त वर्ष की तीसरी द्विमासिक मौद्रिक समीक्षा में लगातार चौथी बार ब्याज दरों में कटौती की है।

ब्याज दरों में कटौती का था दबाव
बैंक के गवर्नर शक्तिकान्त दास की अगुवाई वाली मौद्रिक नीति समिति (एमपीसी) प्रणाली की बैठक सोमवार 5 अगस्त को शुरू हुई थी। दास के गवर्नर बनने के बाद से लगातार चौथी बार नीतिगत दरोें में कटौती की गयी है। पहले तीन बार में 0.75 फीसदी अर्थात 75 आधार अंकों की कमी की गयी थी। कुल मिलाकर चार बार में अब तक 1.10 प्रतिशत अर्थात 110 आधार अंकों की कमी की जा चुकी है।

और भी कम हो सकता है रेपो रेट
आज की कटौती के बाद अब रेपो दर 5.75 फीसदी से घटकर 5.40 फीसदी , रिवर्स रेपो दर 5.50 फीसदी से कम होकर 5.15 प्रतिशत, मार्जिनल स्टैंडिंग फैसेलिटी दर (एमएसएफआर) छह फीसदी से घटकर 5.65 फीसदी तथा बैंक दर छह प्रतिशत कम होकर 5.65 फीसदी हो गयी है।

हालांकि, नकद आरक्षित अनुपात (सीआरआर) चार फीसदी पर और वैधानिक तरलता अनुपात (एसएलआर) 19.25 फीसदी पर यथावत है। ये कटौती तत्काल प्रभाव से लागू हो गयी हैं। समिति ने चालू वित्त वर्ष की ऋण एवं मौद्रिक नीति पर अपने एकोमोडेटिव रुख को जारी रखने का भी निर्णय लिया जिससे आवश्यकता होने पर नीतिगत दरों में और कमी किए जाने की संभावना बनी रहेगी।

30 लाख के होम लोन पर हर महीने 662 रु बचत की उम्मीद, ऐसे समझें