-कृष्ण बलदेव हाडा-
Stray cattle: राजस्थान के कोटा में सड़कों पर विचरने वाले आवारा मवेशियों से त्रस्त आमजन तो इस गंभीर समस्या से मुक्त करवाने की मांग तो जनता की और से लगातार की जाती रही हैं लेकिन अब इस गंभीर समस्या से आजिज आकर कोटा नगर निगम (उत्तर) के उप महापौर तक ने आवारा मवेशियों की बढ़ती तादाद पर नाराजगी प्रकट करते हुए अधिकारियों से आवारा मवेशियों की धरपकड़ करने को कहा है।
कोटा शहर की सड़कों पर असहाय छोड़ी गई दूध नहीं देने वाली और बीमार-निशक्त गायों के कारण सामान्य आवगमन में होने वाली परेशानी एवं बढ़ती सड़क दुर्घटनाओं को देखते हुए पिछली कांग्रेस सरकार के शासनकाल में तत्कालीन नगरीय विकास एवं स्वायत्त शासन मंत्री शांति धारीवाल ने कोटा शहर की सड़कों को आवारा मवेशी मुक्त बनाने के लिए कई करोड़ रुपए की लागत से दो चरणों में कोटा नगर विकास न्यास के माध्यम से देवनारायण आवासीय एवं पशुपालन योजना बनाकर उसे सफलतापूर्वक मूर्त रूप भी दिया था लेकिन कोटा के दोनों स्वायत्तशासी निकायों के जनसमस्याओं के प्रति निर्लिप्त निर्वाचित जनप्रतिनिधियों और गैर जवाबदेह प्रशासनिक अमले के लापरवाह रवैये ने शांति धारीवाल की सारी मेहनत पर पानी फेर दिया।
अब दो में से एक नगर निगम
बड़े ही पुरजोश अन्दाज में जन अभिलाषा को समझने की भावना को जबरिया जतलाते हुए अधिकारियों को निर्देशित कर रहे हैं कोटा शहर की सड़कों पर आवारा मवेशी विचर रहे हैं जिनको पकड़ा जाए लेकिन जनहितेषी होने का दम्भ भर रहे यह उप महापौर इस आसान सवाल का जवाब तक नहीं दे सकते कि अभी तक इनके अपने नगर निगम को गौशाला तक क्यों नहीं है?
नवम्बर माह के पहले तक तो राज्य में कांग्रेस की ही सरकार थी और नगरीय विकास एवं स्वायत्त शासन मंत्री भी कोटा के ही थे जिन्होंने कोटा में अभूतपूर्व विकास कार्य करवाए तो उन्ही के दम पर उप महापौर बने ये जनाब शांति धारीवाल के पास एक अदद गौशाला बनाने की मांग लेकर क्यों नहीं गए? यहां कोटा में केवल किशोरपुरा और बंदा धर्मपुरा में दो गौशाला है और दोनों नगर निगम दक्षिण के तहत आती है जो हमेशा आवारा मवेशियों का अतिरिक्त भार ढो रही होती हैं।
कोटा उत्तर के उप महापौर सोनू कुरैशी कह रहे हैं कि कोटा उत्तर क्षेत्र में आवारा पशुओ, सुअरो, स्ट्रीट डॉग व बंदरो की लगातार प्राप्त हो रही शिकायतों के बाद नगर निगम आयुक्त (उत्तर) को पत्र लिखकर गहरी नाराजगी व्यक्त की है, जिसमें कहा गया है कि कोटा शहर में आवारा पशुओ, सुअरों, स्ट्रीट डॉग व बंदरों के आंतक से आमजन काफी परेशान हैं। इसकी शिकायतें लगातार उनके पास आ रही है।
नगर निगम कोटा उत्तर द्वारा पूर्व में स्ट्रीट डॉग पकड़ने के लिए संवेदक को कायार्देश दिया गया था। उक्त संवेदक ने आज दिन तक कितनी संख्या में स्ट्रीट डॉग व बंदरों के पकड़े जाने तथा कितनों का बधियाकरण के साथ कितने स्ट्रीट डॉगों को श्वानशाला में पहुंचाया गया है, इसकी जानकारी सभी के समक्ष आनी चाहिए।
उप महापौर सोनू कुरैशी ने कहा कि कोटा में कांग्रेस सरकार के समय शहर को बेहद सुंदर बनाया गया लेकिन उसके बाद भाजपा सरकार आते ही शहर की हालत खस्ता होती चली जा रही है। आवारा मवेशियों के कारण शहरवासी परेशान हो रहे हैं, स्ट्रीट डॉग के मामले लगातार बढते जा रहे हैं और सड़कों पर मवेशियों से दुर्घटनाएं हो रही है।
ऐसे में बेहद आवश्यक है कि शहर को स्वच्छ रखा जाए और आवारा मवेशियों को जल्द पकड़ा जाए ताकि आमजन को राहत मिल सके। उन्होंने यह भी कहा कि पर्यटन स्थल सेवन वंडर में हजारों लोग आते हैं और वहां विद्युत तार खुले पडे हैं, ऐसे में वहां भी तारों को ठीक किया जाए ताकि दुर्घटना से आमजन को बचाया जा सके।