#MeToo, ऐंड्रॉयड के निर्माता पर भी यौन शोषण का आरोप

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सैन फ्रांसिस्को।ऐंड्रॉयड मोबाइल सॉफ्टवेयर बनाने वाले ऐंडी रुबिन ने अक्टूबर 2014 में जब कंपनी छोड़ी थी तो गूगल ने उन्हें धूमधाम से विदाई दी थी। गूगल के संस्थापक और उस समय के सीईओ लैरी पेज ने कहा था, ‘ऐंड्रॉयड के साथ उन्होंने बड़ा काम किया है-आज इसके अरबों यूजर हैं।’ लेकिन उस समय गूगल ने यह बात नहीं बताई कि एक कर्मचारी ने रुबिन पर यौन शोषण का आरोप लगाया था।

जिस महिला के साथ रुबिन के विवाहेतर संबंध थे उसका कहना है कि उन्होंने साल 2013 में एक होटल में ओरल सेक्स के लिए मजबूर किया। यह जानकारी कंपनी के दो कर्मचारियों ने दी। गूगल ने कर्मचारियों की अपील पर रुबिन के खिलाफ जांच करवाई और इसके बाद उनका इस्तीफा मांग लिया।

रुबिन उन एग्जिक्यूटिव में से एक हैं जिन्हें गूगल यौन शोषण के आरोप के बावजूद पिछले एक दशक से बचाता रहा है। गूगल ने इन्हें लाखों डॉलर का पैकेज भी दिया। दूसरे मामले में एग्जिक्यूटिव बड़ी पोस्ट पर हैं और गूगल इन आरोपों के बारे में चुप है। रुबिन के प्रवक्ता सैम सिंगर ने कहा कि रुबिन को इस आरोप के बारे में बताया गया था और इसलिए स्वयं जिम्मेदारी लेते हुए उन्होंने पद से इस्तीफा दिया।

एक पत्रिका में लेख छपने के बाद रुबिन ने कहा था, ‘मैंने होटल में किसी को सेक्स के लिए मजबूर नहीं किया। यह झूठा आरोप है और मेरी पूर्व पत्नी इस तरह के आरोप लगवाकर मुझसे बदला लेने की कोशिश कर रही है।’ रुबिन और अन्य मामलों के बारे में जब गूगल के वाइस प्रेजिडेंट फॉर पीपल ऑपरेशन एइलीन नॉटन से पूछ गया तो उन्होंने कहा, ‘कंपनी हैरसमेंट के मामलों को गंभीरता से लेती है और सभी शिकायतों पर पूरा ध्यान दिया गया है।’

आर्टिकल छपने के बाद गूगल के सीईओ सुंदर पिचाई ने अपने कर्मचारियों को ई-मेल किया कि पिछले दो सालों में यौन शोषण के आरोप में 48 लोगों को निकाला गया है और उन्हें कोई एग्जिट पैकेज नहीं दिया गया है। उन्होंने लिखा, ‘हम भरोसा दिलाते हैं कि गूगल काम करने के लिए सबसे सुरक्षित जगह है और अगर कोई गलत व्यवहार करता है तो उसके खिलाफ कार्रवाई होगी।’

गूगल के कुछ कर्मचारियों का कहना है कि यह पर्याप्त नहीं है। दस साल से ज्यादा गूगल में इंजिनियर रहीं लिज फॉन्ग जोन्स ने कहा, ‘जब गूगल में ऐसी घटनाएं होती हैं तो एक असुरक्षित माहौल बनता है। मुझे लगता है कि हालात बदतर होते जाएंगे और महिलाओं को ही किनारे कर दिया जाएगा।’

दूसरे मामले में गूगल ने अमित सिंघल को कंपनी छोड़ने के समय लाखों डॉलर दिए। उनपर भी यौन शोषण का आरोप था। गूगल ने उन्हें बाहर का रास्ता नहीं दिखाया था बल्कि इस्तीफा स्वीकार करने के बाद मोटा पैकेज भी दिया। एक साल के भीतर ही वह ऊबर में हेड ऑफ इंजिनियरिंग के पद पर नियुक्त हो गए।