ED ने अहमद पटेल के दामाद और डीनो मोरिया की संपत्ति जब्त की, जानें डिटेल

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नई दिल्ली। प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने दिवंगत कांग्रेसी नेता अहमद पटेल के दामाद, अभिनेता डीनो मोरिया और संजय खान तथा डीजे अकील की संपत्ति कुर्क कर दी है। यह कदम बैंक धोखाधड़ी से जुड़े मनी लांडरिंग के मामले में उठाया गया है। शुक्रवार को ईडी ने मामले की जानकारी देते हुए बताया कि यह मामला गुजरात स्थित दवा कंपनी स्टर्लिंग बायोटेक समूह और उसके फरार मुख्य प्रवर्तक बंधुओं नितिन संदेसरा और चेतन संदेसरा से संबंधित है।

ईडी का आरोप है कि यह भगोड़े हीरा कारोबारी नीरव मोदी और मेहुल चौकसी द्वारा पंजाब नेशनल बैंक (पीएनबी) से की गई धोखाधड़ी से भी बड़ा मामला है। वजह, इसमें धोखाधड़ी की रकम 16000 करोड़ रुपये के करीब है। ईडी ने कहा कि आंध्रा बैंक के नेतृत्व वाले बैंकों के एक समूह के साथ धोखाधड़ी हुई। गौरतलब है कि पीएनबी से हुई धोखाधड़ी 13,400 करोड़ रुपये की करीब थी। ईडी ने कहा कि प्रिवेंशन आफ मनी लांडरिंग एक्ट के तहत चार लोगों की संपत्ति कुर्क करने के चार अलग शुरुआती आदेश जारी किए गए हैं। संपत्ति की कीमत 8.79 करोड़ रुपये है।

केंद्रीय जांच एजेंसी ने एक बयान में कहा कि इसमें से खान की कुर्क की जाने वाली संपत्ति तीन करोड़ रुपये मूल्य की है। डीनो मोरिया की संपत्ति 1.4 करोड़ रुपये की है और डीजे अकील के नाम से लोकप्रिय अकील अब्दुलखलील बचूअली की संपत्ति 1.98 करोड़ रुपये की है। जबकि पटेल के दामाद इरफान अहमद सिद्दिकी की संपत्ति 2.41 करोड़ रुपये की है। एजेंसी के मुताबिक जब्त की गई परिसंपत्तियों में तीन वाहन, कई बैंक खाते, शेयर और म्यूचुअल फंड हैं।

पूर्व में इस मामले में जांच एजेंसी सिद्दिकी, मोरिया (45) और अकील (44) से पूछताछ कर चुकी है। ईडी ने संदेसरा परिवार के कर्मचारी सुनील यादव का बयान दर्ज किया था, जहां उसने एजेंसी को बताया था कि सिद्दिकी का दिल्ली के वसंत विहार में एक घर पर कब्जा है जो कथित तौर पर चेतन संदेसरा का है। एजेंसी ने तब कहा था कि उसके पास यह कहने के लिये साक्ष्य हैं कि मोरिया और अकील को गुजरात स्थित दवा समूह द्वारा 2011-12 में कथित तौर पर अवैध रूप से कुछ रकम का भुगतान किया गया जब वे कथित तौर पर संदेसरा भाइयों द्वारा आयोजित एक पारिवारिक कार्यक्रम में शामिल हुए थे।