Atmnirbhar Bharat: दशहरा मैदान में सिमट आई आधे भारत की सांस्कृतिक विरासत

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पहले ही दिन उमड़े लोग, की जबदरस्त शाॅपिंग

कोटा। Atmnirbhar Bharat: लोक सभा अध्यक्ष ओम बिरला की पहल पर दशहरा मैदान में आयोजित की जा रही आत्मनिर्भर भारत उत्सव प्रदर्शनी शनिवार से प्रारंभ हुई। शिक्षा मंत्री मदन दिलावर, कोटा दक्षिण विधायक संदीप शर्मा तथा लाडपुरा विधायक कल्पना देवी ने इसका शुभारंभ किया।

दशहरा मैदान में आयोजित की जा रही इस प्रदर्शनी में आधे भारत की सांस्कृतिक विरासत देखने को मिल रही है। करीब 15 राज्यों से आए बुनकरों और हस्तशिल्पियों ने यहां एक से एक उत्पाद प्रदर्शित किए हैं। पहले ही दिन बड़ी संख्या में लोग प्रदर्शनी में पहुंचे और जमकर शाॅपिंग भी की।

भारत के विभिन्न प्रदेशों की संस्कृति और परम्पराओं से देशवासियों को परिचित करवाने तथा बुनकरों और हस्तशिल्पियों को प्रोत्साहित करने के उद्देश्य से केंद्रीय वस्त्र मंत्रालय द्वारा देश भर में आत्मनिर्भर उत्सव प्रदर्शनी का आयोजन किया जा रहा है। कोटा में भी लोग देश की सांस्कृतिक विविधता को देख सकें इसके लिए स्पीकर बिरला की पहल पर यह प्रदर्शनी दशहरा मैदान में 3 से 8 फरवरी तक आयोजित की जा रही है।

प्रदर्शनी में जम्मू-कश्मीर, हरियाण, उत्तराखंड, उत्तर प्रदेश, राजस्थान, मध्य प्रदेश, बिहार, झारखंड, पश्चिम बंगाल, छत्तीसगढ़, आंध प्रदेश समेत 15 राज्यों के बुनकर और हस्तशिल्पी पहुंचे हैं। बुनकरों के पास जहां हस्तनिर्मित साड़ियां, चादरें, सूट, दुपट्टे, स्टोल, शाॅल आदि कपड़े हैं, वहीं हस्तशिल्पियों ने भी सजावटी आभूषण, जूट से बने पर्दे, थैले, जोधपुरी मोजड़ी आदि उत्पाद प्रदर्शित किए हैं।

इन उत्पादों को देखने के लिए पहले ही दिन बड़ी संख्या में लोग पहुंचे। प्रदर्शनी के औपचारिक उद्घाटन से पूर्व ही प्रदर्शनी में खरीदारी का सिलसिला प्रारंभ हो गया। आमजन एक ओर जहां मेड इन इंडिया उत्पादों को खरीद कर खुश थे, वहीं उन्हें इस बात की भी संतुष्टि थी कि केंद्रीय वस्त्र मंत्रालय की ओर से बुलाए गए शिल्पियों से उन्हें प्रामाणिक वस्तु उचित दाम पर मिल रही है।

प्रदर्शनी में आई 70 हजार की पेंटिंग्स: प्रदर्शनी में जयपुर से रामनिवास कुमावत और पार्वती कुमावत हाथों से बनी पेंटिग्स लेकर आए हैं। पिछवाई शैली में बनी इन पेंटिग्स में विभिन्न देवी-देवताओं, प्रकृति, पशु-पक्षियों को बहुत खूबसूरती से चित्रित किया गया है। इनमें से कुछ पेंटिग्स की कीमत 70 हजार रूपए से अधिक है। कुमावत ने बताया कि इन पेंटिग्स को तीन चित्रकारों ने करीब एक माह की मेहनत से तैयार किया है। महंगी होने के बाद भी इनकी देश-विदेश में काफी मांग है।

महिलाएं देंगी आत्मनिर्भरता का संदेश: लोक सभा अध्यक्ष बिरला की पहल पर रविवार को वन भारत साड़ी वाॅकथाॅन का आयोजन किया जाएगा। इस आयोजन में महिलाएं करीब 10 हजार महिलाएं और युवतियां साड़ी पहनकर शामिल होंगी। वन भारत साड़ी वॉकथाॅन एक ओर जहां साड़ी के सांस्कृतिक महत्व और समृद्ध विरासत को प्रदर्शित करेगा वहीं यह आयोजन महिला बुनकरों द्वारा अथक परिश्रम और समर्पण से तैयार की जाने वाली हथकरघा साड़ियों के उपयोग को भी बढ़ावा देगा। केंद्रीय वस्त्र एवं रेल राज्य मंत्री दर्शना जरदोश सुबह 10 बजे साड़ी वॉकथॉन का शुभारंभ करेंगी। स्पीकर बिरला कार्यक्रम से वर्चुअली जुड़ेंगे। वाॅकथाॅन प्रारंभ होने से पूर्व अन्तराष्ट्रीय ख्याति प्राप्त डाॅली जैन साड़ियों की ड्रेपिंग के तरीके बताएंगी। साड़ी वॉकथॉन किशोरपुरा थाने के सामने स्थित दशहरा मैदान के गेट नम्बर 12 से प्रारंभ होकर सीएडी सर्किल, चम्बल गार्डन रोड, ट्राफिक गार्डन के समाने से कोटा आई हॉस्पिटल शक्तिनगर होते हुए नगर निगम कार्यालय के पास स्थित गेट नम्बर 5 से दशहरा मैदान में प्रवेश कर विजय श्री रंगमंच पर समाप्त होगी।

यहां रहेगी पार्किंग की निशुल्क व्यवस्था
आत्मनिर्भर भारत उत्सव प्रदर्शनी तथा वन भारत साड़ी वॉकथॉन में सम्मिलित होने आने वाले आमजन के लिए पार्किंग की निशुल्क व्यवस्था दशहरा मैदान में रहेगी। चार पहिया और उससे बड़े वाहन आशापाला मंदिर के पास गेट नम्बर 7 से प्रवेश कर निर्धारित स्थान पर पार्किंग कर सकेंगे। वहीं दोपहिया वाहन किशोरपुरा दरवाजे के सामने स्थित गेट नम्बर 10 से प्रवेश करेंगे।