बिट्स के दुबई कैंपस में भारत से प्रवेश पाने वाले छात्रों की संख्या में बढ़ोतरी

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जयपुर। पिछले वर्षों की तुलना में बिट्स पिलानी दुबई कैंपस सहित विश्वविद्यालयों और उच्च शिक्षा संस्थानों में दुबई में उच्च शिक्षा प्राप्त करने के लिए छात्रों की संख्या में वृद्धि देखी गई है। इंडस्ट्री एक्सपर्ट का दावा है कि पिछले पांच साल की अवधि में संख्या तीन गुना बढकर 5-6 फीसदी से अब लगभग 15 फीसदी हो गई है, जबकि इंजीनियरिंग और बिजनेस कोर्स संभावित विद्यार्थियों को लुभाने वाले लोकप्रिय अंडर ग्रेजुएट प्रोग्राम में से हैं।

बिट्स पिलानी दुबई कैंपस के निदेशक डॉ. आरएन साहा ने बताया कि इस साल भारत से दुबई कैंपस में प्रवेश पाने के लिए 15 फीसदी अधिक इंक्वायरी मिल रही है। महामारी ने भी इसमें एक बड़ा रोल प्ले किया है। क्योंकि माता-पिता अब तेजी से विदेशों में सुरक्षित और घर के करीब पढ़ाई के विकल्पों को देख रहे हैं। संयुक्त अरब अमीरात अपने टीकाकरण रोल-आउट कार्यक्रम में भी दुनिया का नेतृत्व कर रहा है, जिसमें 85 फीसदी पात्र (ऐलिजेबल) आबादी पहले से ही टीकाकरण कर चुकी है।

इस प्रकार यहां रहने वालों और टूरिस्ट के लिए एक सुरक्षित माहौल तैयार कर रही है। दुबई कैंपस में भी सभी स्टाफ मेम्बर्स, छात्रों और उनके परिवारजनों का 100 फीसदी टीकाकरण किया जा चुका है। ये सभी प्रमुख वैश्विक संगठनों के साथ बहुत ही आशाजनक इंटर्नशिप और जॉब-प्लेसमेंट के अवसरों के साथ दुबई को उच्च अध्ययन के लिए एक गंतव्य के रूप में प्रस्तुत करता है।

डॉ. साहा ने बताया कि माता-पिता के वित्तीय बोझ को कम करने के लिए संस्थान ने विभिन्न श्रेणियों के तहत योग्य छात्रों के लिए 10 करोड़ रुपये की छात्रवृत्ति की भी घोषणा की है। छात्रवृत्ति को छात्रों की अधिकतम संख्या को फायदा पहुंचाने के लिए डिजाइन किया गया है, जिसके तहत ट्यूशन फीस के साथ-साथ हॉस्टल फीस आदि पर रियायत दी जाती है। इसके अलावा भारत के प्रमुख बैंकों जैसे एसबीआई, आईसीआईसीआई और एचडीएफसी-क्रेडिला के साथ शिक्षा ऋण की सुविधा की व्यवस्था भी है।

दुबई ने निश्चित रूप से विदेशों में अपने बच्चों के लिए सस्ती शिक्षा चाहने वाले भारतीय माता-पिता की सोच को समझा है, जिसके कई फैक्टर हैं। हाई क्वालिटी एजूकेशन और दुबई में रहने वाले 200 देशों के छात्रों को शहर द्वारा प्रदान की जाने वाली अंतरराष्ट्रीय एक्सपोजर के बावजूद सस्ती ट्यूशन फीस और रहने की कम लागत सबसे महत्वपूर्ण है। यूनाइटेड किंगडम, संयुक्त राज्य अमेरिका, कनाडा, यूरोपीय देशों और ऑस्ट्रेलिया जैसे लोकप्रिय अध्ययन स्थलों की तुलना में संयुक्त अरब अमीरात विश्वविद्यालय की फीस एक तिहाई है।