कोटा। कोरोना महामारी के बढ़ते प्रकोप से हर वर्ग चिंतित है। इसकी रोकथाम को लेकर सरकारी प्रयास जारी हैं। लोग भी अपने काम धंधे की चिंता छोड़कर अपने परिवार की सुरक्षा पर ज्यादा ध्यान दे रहे हैं। ऐसे में शहर के सामाजिक सरोकार से जुड़े एक व्हाट्सऐप ग्रुप ‘विचित्र पुराण’ ने गुरुवार को कोरोना से बचाव के लिए एक वर्चुअल सेमिनार का आयोजन किया।
ग्रुप के एडमिन सुरेन्द्र गोयल विचित्र ने बताया कि सेमिनार के मुख्य वक्ता वरिष्ठ हृदय रोग विशेषज्ञ डॉ. साकेत गोयल थे। कार्यक्रम का सफल संचालन संजीव अग्रवाल और मीता अग्रवाल ने किया। विचित्र ने बताया कि सेमिनार में डॉ. गोयल ने कोरोना के प्रारंभिक लक्षण और टीकाकरण से जुड़े कुछ सवालों के जवाब देकर लोगों की शंकाओं का निवारण भी किया।
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सवाल- यदि किसी को हल्का बुखार, ज़ुकाम, थोड़ी गले में खराबी आदि हो तो मरीजों को क्या करना चाहिए ? क्योंकि सरकारी अस्पतालों डिस्पेंसरी में जांच के लिए लंबी लाइन है.. वहां जाने से खतरा और तो नहीं बढ़ जाएगा ?
डॉ. गोयल- महामारी का नियम है की कोई भी बुख़ार या गला ख़राब होने का लक्षण कोविड ही माना जाएगा। इसीलिए पहले दिन से ही खुद को आइसोलेट कर लें और कोविड की दवा चालू कर दें। इससे ना केवल आपको आराम मिलेगा अपितु साथ ही कोरोना का प्रसार कम होगा।
सवाल- जिन लोगों ने टीके की पहली डोज लगवा ली है परन्तु दूसरी डोज डेट निकलने के बाद भी लगवाना संभव नहीं हो पा रहा है। ऐसी स्थिति में क्या पहली डोज लगवाना बेकार हो जाएगा या कितने दिनों बाद तक भी लगवा सकते हैं ?
डॉ. गोयल- बेहतर है अगर हम गाइडलाइंस निर्देशित समयावधि में सेकंड डोज़ ले पाएं। फिर भी अगर किसी वजह से देरी हो तो यथासंभव जल्दी लगा लें। थोड़ा असर कम होगा पर पहली डोज़ बेकार नहीं जाएगी। अब तो सुनने में आ रहा है कि कोविशिल्ड वैक्सीन में दूसरी डोज का समय बढ़ाया जा रहा है।
सवाल- ऐसे लोग जिनके कोई ऐसी बीमारी है जिसके कारण वो किसी निजी या सरकारी अस्पतालों में जाकर टीका नहीं लगवा सकते हैं। ऐसे लोग जब तक टीका नहीं लगे तब तक अपने शरीर की इम्यूनिटी कैसे बढ़ाकर सुरक्षित रह सकते हैं ?
डॉ. गोयल- रोज़ाना अपना नियमित व्यायाम, कुछ योगासन। साथ ही प्राणायाम जिसमें विशेषकर भ्रामरी करें जिससे श्वसन तंत्र सुदृढ़ हो। नियमित हल्का प्रोटीन युक्त भोजन करें।
सवाल- जिन लोगों को हाल ही में कोरोना हुआ है, उन्हें वैक्सीन की पहली या दूसरी डोज कितने दिनों तक रुककर लगवानी चाहिए ?
डॉ गोयल- कोरोना के बाद वैक्सीन की पहली या दूसरी किसी भी डोज़ लेने में 8 हफ़्ते का अंतराल होना चाहिए।
वर्चुअल सेमिनार में हार्टवाइज़ के संयोजक डॉ साकेत गोयल ने होम केयर इज बेस्ट केयर विषय पर बोलते हुए कहा कि कोरोना महामारी मे इस समय कोविड रोगियों के लिए ऑक्सीजन/ बेड की उपलब्धता बहुत बड़ा चिंता का विषय हैं। कोविड रोगी के लिए 6 से 12 दिन का समय सबसे ज्यादा क्रिटिकल होता हैं। इस समय शरीर मे ऑक्सीजन का लेबल बने रहना सबसे ज्यादा महत्वपूर्ण होता हैं। पिछले कुछ दिनों से लगभग हर शहर में ऑक्सीजन की आपूर्ति में भारी कमी हो रही हैं।
ऑक्सीजन की जरूरत को पूरा करने के लिए क्या करें
ये कुछ उपाय हैं, जो किसी व्यक्ति द्वारा अपनी ऑक्सीजन की जरूरत को पूरा करने के लिए किए जा सकते हैं।
पूरी तरह आराम करें : मानसिक और शारीरिक रूप से पूरी तरह आराम करें। न्यूनतम फोन कॉल / कम नेट -सर्फिंग / कम वार्तालाप जरूरी है। इससे शरीर की ऑक्सीजन की मांग कम हो जाएगी।
प्रोनिंग करें :पेट के बल उल्टा लेट कर अपनी छाती के नीचे तकिया लगाकर गहरी शांत श्वास लें। आप यह दिन में कई बार जितने ज़्यादा समय के लिए कर सकें, करना है। प्रोनिंग से फेफड़ों के बेस और पीछे के हिस्से में द्रव का संचय कम होता है और यह कोविड से फेफड़ों को नुक़सान को कम करता है। प्रोनिंग से आपका ऑक्सिजन स्तर कुछ डिग्री ऊपर बड़ता है।
ओम का जाप करें: अत्यधिक एवं तीव्र श्वास व्यायाम से बचें। पूर्ण प्राणायाम, कोविड के पहले और बाद के चरण के लिए है। कोविड चरण के दौरान शांत हल्की श्वास क्रिया पर ध्यान दें। भ्रामरी और ओम का जाप करें, जो नाइट्रिक ऑक्साइड उत्पादन और ब्रोन्कोडायलेटेशन के माध्यम से फेफड़ों की रक्षा करते हैं।