नई दिल्ली। कोरोना वायरस के खिलाफ टीकाकरण अभियान का एक और चरण गुरुवार से शुरू हो रहा है। इसमें 45 साल से अधिक उम्र के सभी लोगों का टीकाकरण होगा। इससे पहले बुधवार को केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने टीकाकरण अभियान की मौजूदा स्थिति, उसकी गति और आगे की तैयारियों की समीक्षा की। वीडियो कांफ्रेंफिंग के जरिये हुई समीक्षा बैठक में राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को बताया गया कि देश में वैक्सीन की कोई कमी नहीं है और राज्यों को सभी पात्रता वाले समूह के सभी लोगों को वैक्सीन देने की कोशिश करनी चाहिए।
इसके साथ ही केंद्र ने राज्य सरकारों को वैक्सीन की बर्बादी कम करने और इसके लिए उचित निगरानी व्यवस्था तैयार करने को कहा। बीते दिनों केंद्र सरकार ने कहा था कि कोरोना संक्रमण से मरने वालों में 88 फीसद से ज्यादा 45 साल से ज्यादा उम्र के लोग ही हैं।
केंद्र ने राज्यों के साथ की बैठक
स्वास्थ्य मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि समीक्षा बैठक में सभी राज्यों के स्वास्थ्य सचिव, राज्यों के राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के निदेशक और टीकाकरण से जुड़े अन्य अधिकारी मौजूद थे। कोरोना वैक्सीन पर गठित अधिकार प्राप्त समूह के चेयरमैन और नेशनल हेल्थ अथॉरिटी के सीईओ डॉ. आरएस शर्मा भी राजेश भूषण के साथ बैठक में थे।
दूसरी डोज के लिए वैक्सीन बचाने जरूरत नहीं
शर्मा ने राज्यों को भरोसा दिलाया कि वैक्सीन की उपलब्धता के साथ-साथ उसकी सप्लाई के लिए कोल्ड चेन और स्टोरेज की पर्याप्त व्यवस्था है। राज्यों को दूसरी डोज के लिए वैक्सीन बचाने जरूरत नहीं है। वैक्सीन की खपत के अनुसार उसकी सप्लाई जारी रखी जाएगी।
पहले से रखी वैक्सीन को पहले करें इस्तेमाल
केंद्र सरकार ने राज्यों को पहले से रखी वैक्सीन के पहले इस्तेमाल की सलाह दी है ताकि तय समय सीमा के भीतर उसका उपयोग किया जा सके। इसके साथ ही देश में वैक्सीन की औसतन छह फीसद बर्बादी पर चिंता जताते हुए इसे एक फीसद से नीचे लाने की जरूरत बताई।
45 साल से अधिक उम्र के 34 करोड़ लोग
देश में 45 साल से अधिक उम्र के लोगों की कुल आबादी करीब 34 करोड़ है। केंद्र ने राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को इस समूह के सभी लोगों को 15 दिन के भीतर टीका लगाने को कहा है। हालांकि, इनमें से कुछ लोगों को अब तक टीका लगाया भी जा चुका है, क्योंकि स्वास्थ्यकर्मियों और फ्रंटलाइन वर्कर्स में भी इस उम्र के लोग शामिल हैं। साथ ही 45 साल से अधिक उम्र और गंभीर रोगों से ग्रस्त एवं वरिष्ठ नागरिकों का टीकाकरण भी पहले से चल रहा है।
निजी क्षेत्र की अधिक भागीदारी पर बल
केंद्र ने राज्यों को टीकाकरण अभियान में बड़े पैमाने पर निजी क्षेत्र की भागीदारी सुनिश्चित करने की सलाह दी है। राजेश भूषण ने कहा कि निजी क्षेत्र की क्षमताओं के इस्तेमाल की लगातार समीक्षा की जानी चाहिए और इसमें आ रही दिक्कतों को दूर करने के लिए तत्काल कदम उठाए जाने चाहिए।