कोटा। प्रधानमंत्री सूक्ष्म खाद्य उद्योग उन्नयन (PM Formlisation of Micro Food Processing Enterprises Scheme) योजना की जानकारी देने के लिए शुक्रवार को कृषि उपज मंडी सभा भवन में सेमिनार का आयोजन किया गया। इस अवसर पर कोटा व्यापार महासंघ के महासचिव अशोक माहेश्वरी ने कहा कि इस महत्वपूर्ण योजना में छूट का प्रावधान सभी उत्पाद के उद्योग एवं व्यवसाय पर लागू होना चाहिए, ताकि एक ही क्षेत्र में निवेश से बचा जा सकेगा।
उन्होंने कहा कि हर जिले में जहां जिसकी पैदावार अधिक है, उसी उपज का माध्यम बनाया गया है, इससे वह उद्यमी वंचित रह जाएंगे, जो दूसरी उपज के आधार पर उद्योग लगाना चाहते हैं। जैसे कोटा में सिर्फ धनिया के उद्योग एवं व्यवसाय को ही इस योजना में शामिल किया गया है। इस योजना के तहत बूंदी में चावल, बांरा में लहसुन एवं झालावाड़ में संतरे पर आधारित उद्योग लगाने वाले ही इसका फायदा ले सकेंगे।
उन्होंने कहा कि उद्यमियों को 35% सब्सिडी एवं अधिकतम10 लाख रुपए तक सब्सिडी देने का प्रावधान किया गया है। इससे ग्रामीण एवं शहरी क्षेत्रों का समुचित औद्योगिक एवं व्यापारिक विकास होगा। इस योजना के तहत 74 % रोजगार देने का प्रावधान है।
माहेश्वरी ने कहा कि योजना अच्छी है, इसका सभी वर्गों में प्रचार एवं प्रसार होना आवश्यक है। साथ ही जो उद्यमी एवं व्यापारी इस क्षेत्र में अपना उद्योग स्थापित करना चाहता है, उसे पूरा प्रोत्साहन दिया जाए, तभी केंद्र सरकार का लोकल फॉर वोकल का मिशन कामयाब होगा। योजना का मुख्य उद्देश्य लोकल मैन्युफैक्चरिंग, लोकल मार्केट,लोकल सप्लाई चेन में सामंजस्य बिठाना है। वह तभी संभव है जब सरकार एवं अधिकारियों का रुख निवेशकों के प्रति सरल एवं सहयोगात्मक हो।
सेमिनार के आरम्भ में कोटा मंडी समिति के सचिव एम०एल०जाटव ने स्वागत भाषण दिया। उन्होंने क्षेत्र के सभी व्यापारियों उद्यमियों से इन योजनाओं का लाभ उठाने का आह्वान किया। इससे पहले योजना के विशेषज्ञ अंकित शर्मा ने पावर प्वाइंट प्रजंटेशन के माध्यम से प्रधानमंत्री सूक्ष्म खाद्य उद्योग उन्नयन (PMFME) योजना के बारे में विस्तृत जानकारी दी। सेमिनार में कोटा ग्रेन एंड सीडस मचेंट्स एसोसिएशन के अध्यक्ष अविनाश राठी, कोटा व्यापार महासंघ के कोषाध्यक्ष राजेंद्र जैन, भामाशाह मंडी मेन रोड व्यापार संघ के अध्यक्ष भुवनेश गोयल ने भी अपने विचार रखे।
सेमिनार में कृषि विपणन बोर्ड जयपुर के डिप्टी डायरेक्टर अशोक गर्ग एवं योजना प्रभारी, कृषि विपणन बोर्ड के संयुक्त निदेशक हरिशरण मिश्रा (कोटा संभाग),वंदना मोदी, योजना विशेषज्ञ स्मिता औदिच्य रिसोर्स पर्सन, (चार जिलों के लिए), लीड बैंक मैनेजर, नाबार्ड के जिला प्रबंधक राजीव दायमा एवं कोटा संभाग की 20 मंडियों के सचिव, समेत व्यापारी एवं उद्यमी मौजूद थे।