कोटा। कोटा बुक सेलर्स एंड स्टेशनर्स एसोसिएशन का शपथ ग्रहण समारोह आज बूंदी रोड स्थित एक रिसोर्ट पर संपन्न हुआ। कोटा व्यापार महासंघ व्यावसायिक लेबर सेस माफ़ी के लिए संघर्ष करेगा। महासंघ के महासचिव अशोक माहेश्वरी ने इस अवसर पर कहा कि माहेश्वरी ने कहा लेबर सेस टैक्स में भारी विसंगतियां व्याप्त है। सन् 2009 से 10 लाख के ऊपर होने वाले निर्माण चाहे वह आवासीय हो या व्यावसायिक लेबर सेस के नाम पर पूरी लागत का 1% टैक्स लेना किसी भी मायने में न्याय संगत नहीं है।
उन्होंने कहा कि इनकी विसंगतियों के अध्ययन करने के बाद पाया गया कि टेक्स से ज्यादा तो ब्याज व पेनल्टी है जो 24% है। इन हालातों में इस कर को चुकाना बिल्कुल असंभव है। कोटा व्यापार महासंघ इसके लिए संघर्ष करेगा। उन्होंने कोटा की सभी संस्थाओं को इसके लिए आगे आने का आह्वान किया।
उन्होंने कहा कि एक ही सेक्टर में अरबों रुपए के निवेश से जुड़े कोटा कोचिंग एवं हॉस्टल के चलते 10 माह तक पूर्ण लॉकडाउन ने कोटा की अर्थव्यवस्था को धरातल पर लाकर पटक दिया है। कोटा के व्यवसायी भारी कर्ज एवं आर्थिक जिम्मेदारियों के तले इस तरह दब गए हैं। कोटा व्यापार महासंघ बार-बार केंद्र एवं राज्य सरकारों से हवाई सेवा, व्यापारिक व औद्योगिक विकास एवं पर्यटन को कोटा में विकसित करने की मांग करता आ रहा है। ताकि एक ही क्षेत्र में निवेश ना होकर कई क्षेत्रों में निवेश होने से ऐसी परिस्थितियां आने से बचाया जा सकता है।
समारोह के मुख्य अतिथि कोटा व्यापार महासंघ के अध्यक्ष क्रांति जैन एवं महासचिव अशोक माहेश्वरी ने कहा कि कोटा बुक सेलर्स एंड स्टेशनर्स एसोसिएशन कोटा व्यापार महासंघ की संस्थापक संस्थाओं में से एक है। कोरोना काल में इस संस्था द्वारा जन सेवा एवं जन जागृति में अग्रणी भूमिका निभाई है। व्यापार महासंघ अपनी सभी 150 संस्थाओं के साथ सामंजस्य बैठाकर कार्य करता है। कोरोना काल में सर्वाधिक प्रभावित व्यापार में कोटा बुक सेलर एंड स्टेशनर्स व्यवसायियों को भी भारी घाटा रहा है। इसकी भरपाई बहुत मुश्किल है।
एसोसिएशन के संरक्षक नरेंद्र मोहन मूंदड़ा ने कहा कि हमारी संस्था पिछले 40 वर्षों से कोटा के बुक सेलर्स एंड स्टेशनरी के व्यवसायियों का प्रतिनिधित्व करती आ रही है। इस संस्था के निर्विरोध चुनाव संपन्न होना संस्था के प्रति समर्पण भाव दर्शाता है। मूंदड़ा ने कहा कि कोटा व्यापार महासंघ निरंतर शहर के विकास और शहर को समस्या रहित बनाने में अपना संपूर्ण योगदान प्रदान कर रहा है। उसके चलते आज कोटा व्यापार महासंघ राज्य के सबसे सशक्त व्यापारिक संगठनों में अपना स्थान रखता है। इसकी वजह से कोटा की 150 संस्थाओं के एक लाख व्यापारी एवं उद्यमी एकजुट हैं।
कोटा बुक सेलर्स एंड स्टेशनर्स एसोसिएशन के नवनिर्वाचित अध्यक्ष नरेंद्र लोढ़ा ने कहा कि कोरोना काल में कोचिंग स्कूल कॉलेज आदि बंद होने से हमारा संपूर्ण व्यवसाय बुरी तरह से प्रभावित हुआ है। यह व्यवसाय भारी घाटे में चल रहा है। उन्होंने बताया कि व्यापार महासंघ व्यापार एवं उद्योग को पटरी पर लाने के लिए सदैव प्रयासरत रहता है। केंद्र सरकार द्वारा बजट में राहत देना तो दूर वरन् लेबर सेस के नाम पर एक और नया टेक्स सभी वर्गों पर थोप दिया है। जिसकी वसूली के नोटिस भी जारी कर दिये हैं। वर्तमान परिस्थितियों में इसको चुकाना बिलकुल भी संभव नहीं है। उन्होंने व्यापार महासंघ से इसका विरोध करने एवं संघर्ष करने की मुहिम में पूर्ण सहयोग देने को कहा।
कोटा बुक सेलर्स एंड स्टेशनर्स एसोसिएशन के नवनिर्वाचित सचिव अनुराग मलिक ने कहा कि कोरोना काल में हमारा व्यवसाय को बुरी तरह से घाटा हुआ है और हम लोग आर्थिक रूप से कमजोर हुए हैं। कोचिंग एवं शैक्षणिक संस्थाओं के बंद होने से बुक सेलर स्टेशनरी एवं प्रिंटिंग व्यवसाय भी पूरी तरह लॉकडाउन रहा। इससे उबरने के लिए संस्था सभी सदस्यों में आपसी आपसी सामंजस्य बिठाकर कार्य करेगी। इस अवसर पर एसोसिएशन के संरक्षक भूपेंद्र भंडारी ने भी संबोधित किया। समारोह के मुख्य अतिथि व्यापार महासंघ के अध्यक्ष जैन एवं महासचिव माहेश्वरी ने कोटा बुक सेलर्स एंड स्टेशनर्स एसोसिएशन की नवनिर्वाचित कार्यकारिणी को पद एवं गोपनीयता की शपथ दिलाई।