जयपुर। पेट्रोल-डीजल के साथ अब रसोई गैस सिलेंडर की कीमतों में भी आग लगी है। राजस्थान की बात करें तो गैस के दाम बढ़ाने के बाद अब केन्द्र सरकार को हर महीने राजस्थान से ही सब्सिडी से लगभग 318 करोड़ रुपए की एक्सट्रा इनकम होगी। क्योंकि, कोरोना काल में मई से गैस सब्सिडी आनी बंद हो गई, जिसके बाद से आज तक गैस की कीमतों में लगभग 190 रुपए का अंतर आ गया है।
राजस्थान में वर्तमान में तीनों कंपनियों (IOCL, HPCL और BPCL) के 1.66 करोड़ से ज्यादा उपभोक्ता हैं। इनमें से लगभग 6.38 लाख लोग केन्द्र सरकार से मिलने वाली सब्सिडी को छोड़ चुके हैं। इस हिसाब से पूरे प्रदेश में अब रसोई गैस पर सब्सिडी लेने वाली की संख्या लगभग 1.59 करोड़ हैं।
जनवरी 2020 से अप्रैल 2020 तक मिली सब्सिडी की राशि को देखें तो ये गैस सिलेंडर की कुल कीमत का 20 से 30 फीसदी के बराबर है। आंकड़ों के मुताबिक, गैस सब्सिडी कुल कीमत का 20 %, फरवरी में 32 % , मार्च में 27 % और अप्रैल में 20 % मिली थी। इस हिसाब से मौजूदा समय में गैस के दाम मार्च 2020 के लगभग बराबर है।
मार्च 2020 में घरेलू गैस सिलेंडर के दाम 792.50 रुपए थे, उस समय कस्टमर के खाते में 216 रुपए की सब्सिडी आती थी। अब सिलेंडर के दाम 773 रुपए हैं, और 27 फीसदी के हिसाब से सब्सिडी लगभग 208 रुपए तक आनी चाहिए। ये सब्सिडी केन्द्र सरकार राज्य की जनता को न देकर अपने खजाने में डालेगी, जिसका एक महीने का अनुमान राशि लगभग 318 करोड़ रुपए पहुंचेगी।