कोटा में पहले दिन 1142 हेल्थ वर्कर्स को लगेगा कोरोना वैक्सीन

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कोटा। पूरे देश में एक साथ 16 जनवरी को कोविड वैक्सीनेशन शुरू हो जाएगा। देशभर में 5 हजार और राजस्थान में इसके लिए 282 साइट्स चिह्नित की गई है।
इसी के तहत कोटा में 12 साइट्स पर टीका लगेगा।

माना जा रहा है कि अगले दो से तीन दिन में कोटा में वैक्सीन आ जाएगी, क्योंकि 16 तारीख को वैक्सीन लगनी है, ऐसे में इसके दो दिन पहले टीका मिलने पर ही उसका उचित ढंग से कोल्ड चेन मेंटेन करते हुए ट्रांसपोर्टेशन हो पाएगा।

सीएमएचओ डॉ. बीएस तंवर ने बताया कि भारत सरकार ने 16 जनवरी से कोविड वैक्सीनेशन शुरू करने के निर्देश दिए हैं। उसी के तहत सभी राज्यों ने काम शुरू कर दिया है। कोटा में पहले दिन 12 जगह टीका लगेगा, जहां 1100 से ज्यादा हैल्थ वर्कर्स को टीका लगाया जाना है। इन जगहों का चयन करके सूची राज्य निदेशालय को भेज दी है। अब हमें टीके का इंतजार है… जैसे ही टीका मिलेगा, संबंधित साइट्स पर भेजेंगे।

जैसे ही दोपहर में लॉन्चिंग डेट मिली तो सरकार ने आनन-फानन में निर्देशित किया कि प्रशासनिक अधिकारी तत्काल दो-तीन साइट्स देखें और उनके फोटो शेयर करें। कोटा में संभागीय आयुक्त केसी मीणा ने सांगोद, कनवास व मंडाना में कोविड वैक्सीनेशन की साइट देखी। उनके साथ सीएमएचओ डॉ. बीएस तंवर, आरसीएचओ डॉ. देवेंद्र झालानी, डॉ. अभिमन्यु शर्मा व डॉ. सौरभ शर्मा आदि थे।

कोटा जिले में 12 सेंटर्स पर होगा टीकाकरण
जिले में 12 सेंटर पर टीका लगेगा। इटावा में 100, सांगोद में 100, सुल्तानपुर में 100, मंडाना में 100, रामगंजमंडी में 100, विज्ञान नगर में 95, कुन्हाड़ी में 100, दादाबाड़ी में 76, न्यू मेडिकल कॉलेज हॉस्पिटल में 100, गोविंद नगर में 94, अनंतपुरा में 96 और तलवंडी स्वास्थ्य केंद्र पर 81 हेल्थ वर्कर्स को 16 जनवरी को कोविड वैक्सीन लगाई जाएगी। फिलहाल लॉन्चिंग वाले दिन की कार्ययोजना चिकित्सा विभाग को मिली है, माना जा रहा है कि अगले एक-दो दिन में आगे की प्लानिंग भी मिल जाएगी। देशभर में 5000 सेंटरों पर टीका लगेगा।

राहत : पिछले 9 दिन में सिर्फ एक मरीज की माैत
कोटा में नए साल की शुरुआत से अब तक 9 दिन में कोरोना से सिर्फ एक मौत दर्ज हुई है। जबकि इससे पहले औसत हर दूसरे दिन एक मौत हो रही थी। चिकित्सा विभाग की ओर से जारी सरकारी रिपोर्ट के अनुसार कोटा में 31 दिसंबर तक कुल मौतों की संख्या 166 थी, जो 9 जनवरी को बढ़कर सिर्फ 167 हुई है।

चिकित्सकों के मुताबिक अब मौत उन्हीं पुराने मरीजों की हो रही है जो लंबे समय से ऑक्सीजन के लिए वेंटिलेटर पर चल रहे थे। नए मरीजों में सीरियस केस बहुत कम मिल रहे हैं। नए अस्पताल के अधीक्षक डाॅ. सीएस सुशील ने बताया कि भर्ती मरीजाें की संख्या 100 से