जयपुर। राजस्थान में 12 जिलों के 50 नगर निकायों के लिए 11 दिसंबर को चुनाव हुए थे। अब तक घोषित नतीजों में कांग्रेस को 613, भाजपा को 530, बसपा को 7, भाकपा को 2, माकपा को 2, निर्दलीयों को 570 और रालोपा को 1 सीट पर जीत मिली है। पिछले चार फेज में जहां भाजपा ने बाजी मारी थी, वहीं इस फेज में कांग्रेस ने परचम लहरा दिया है। दूसरे नंबर पर निर्दलीय और भाजपा तीसरे नंबर पर है।
पांचवें फेज में अलवर, बारां, करौली, दौसा, भरतपुर, जयपुर, धौलपुर, श्रीगंगानगर, जोधपुर, कोटा, सवाईमाधोपुर और सिरोही जिलों में 43 नगर पालिका और 7 नगर परिषदों के कुल 1775 वार्डों के लिए वोट डाले गए थे। इन चुनावों में 7249 उम्मीदवारों ने चुनाव लड़ा है।
पहले चार फेज में भाजपा का पलड़ा भारी रहा था, वहीं इस बार कांग्रेस मजबूत स्थिति में है। कई जगह सत्ता की चाबी निर्दलियों के पास है। धौलपुर, श्रीगंगानगर, जयपुर में कांग्रेस मजबूत होकर उभरी है। वहीं करौली और भरतपुर में निर्दलियों ने बाजी मारी है।
किस दल की क्या स्थिति
कांग्रेस | 613 |
निर्दलीय | 570 |
भाजपा | 530 |
बसपा | 7 |
भाकपा | 2 |
माकपा | 2 |
रालोपा | 1 |
जिलेवार स्थिति इस प्रकार है –
जयपुर: दोपहर तक जारी परिणामों में जयपुर जिले की 10 नगर पालिकाओं में से चौमूं, बगरु, शाहपुरा, विराट नगर समेत 6 से ज्यादा नगर पालिकाओं में कांग्रेस का बोर्ड बनता नजर आ रहा है। लेकिन इनमें निर्दलियों का बोलबाला रहेगा।
भरतपुर: भरतपुर के निकाय चुनाव में राजनीतिक दलों को निर्दलीयों ने पीछे छोड़ दिया। 255 वार्डों में से 45 सीट भाजपा, कांग्रेस 22, बसपा एक और 187 सीटों पर निर्दलीय पार्षद चुने गए। कामां को छोड़कर शेष निकायों में निर्दलियों ने बाजी मारी है।
कुम्हेर और डीग में निर्दलियों के सहारे कांग्रेस बोर्ड बना सकती है। क्योंकि, यहां पूर्व मंत्री विश्वेंद्र सिंह सक्रिय हो गए हैं। इसके अलावा मंत्री डॉ. सुभाष गर्ग भी कुम्हेर में अपने एक परिचित राजीव अग्रवाल को अध्यक्ष बनवाने के लिए एक्टिव हो गए हैं।
सांसद रंजीता के गृह शहर में भाजपा बुरी तरह पराजित
सांसद रंजीता कोली के गृह शहर बयाना से भाजपा को बुरी तरह पराजय का सामना करना पड़ा है। यहां उनके मनमुताबिक ही टिकट बांटे गए थे। बयाना में 35 में भाजपा को केवल 3 सीटें ही मिली हैं। वैसे यहां कांग्रेस थोड़ी बेहतर स्थिति में है। कांग्रेस को 7 वार्डों से जीत मिली है। बोलबाला निर्दलियों का है। निर्दलीय 25 सीटों पर जीते हैं। इसलिए यहां पूर्व पालिका अध्यक्ष विनोद बट्टा की बोर्ड बनाने में अहम भूमिका रह सकती है।
धौलपुर: धौलपुर नगर परिषद में भी निर्दलियों ने कांग्रेस व भाजपा का गणित बिगाड़ दिया। यहां कांग्रेस व भाजपा के 22-22 पार्षद चुनाव जीते, 15 निर्दलीय प्रत्याशी व एक बीएसपी ने सीट हासिल की है। राजाखेड़ा नगर पालिका में कांग्रेस का बोर्ड बनना तय है। 20 वार्डों में कांग्रेस ने परचम फहराया है। भाजपा 11 वार्डों में सिमट कर रह गई है। वहीं एक वार्ड में बसपा ओर 3 में निर्दलीय प्रत्याशी जीते हैं। बाड़ी नगरपालिका में कांग्रेस 26, भाजपा 3 और निर्दलीय 16 पर जीते हैं।
सवाईमाधोपुर: नगर परिषद में कांग्रेस ने 27, भाजपा ने 22, निर्दलीयों ने 10 और एक सीट सीपीआई ने जीत हासिल की है। यहां गंगापुर सिटी नगर पालिका में 60 सीटों पर भाजपा, 27 पर कांग्रेस 21 पर निर्दलियों ने जीत दर्ज की। यहां वार्ड नंबर 48 में भाजपा और निर्दलीय के बीच टाई हुआ। इस पर लॉटरी से फैसला हुआ जिसमें निर्दलीय विकास गुप्ता ने जीत हासिल की।
श्रीगंगानगर: यहां 8 नगर पालिकाओं में चुनाव हुए जिसमें 4 में कांग्रेस और 2 में भाजपा जीती है। पिछले चुनाव में दो नगरपालिकाओं में अध्यक्ष बनाने वाली कांग्रेस को इस बार चार पालिकाओं, केसरीसिंहपुर, श्रीकरणपुर, पदमपुर और गजसिंहपुरा में पूर्ण बहुमत मिला है। वहीं पिछले चुनाव में 6 पालिकाओं में बोर्ड बनाने वाली भाजपा को फिलहाल अनूपगढ़ और सादुलशहर में ही स्पष्ट बहुमत मिला है। रायसिंहनगर में भाजपा बहुमत के नजदीक है।
करौली: यहां नगर परिषद चुनाव में कांग्रेस को 15, भाजपा को 15, और निर्दलीयों को 25 सीटें मिली हैं। यहां निर्दलीय किंगमेकर की भूमिका में हैं। हिंडौन नगर परिषद चुनाव में 60 सीटों में भाजपा ने 18, कांग्रेस ने 13, बसपा ने एक और निर्दलीयों ने 28 सीटें जीती हैं। टोडाभीम नगर पालिका चुनाव में 25 सीटों में से भाजपा ने 5, कांग्रेस ने 14 और निर्दलियों ने 6 सीटों पर चुनाव जीता है।
जोधपुर: जोधपुर जिले के बिलाड़ा व पीपाड़ नगर पालिका चुनाव के नतीजे आना शुरू हो गए हैं। बिलाड़ा में 35 सदस्यों वाले नगर पालिका बोर्ड में भाजपा में 18 सीट पर जीत हासिल कर बहुमत हासिल कर लिया है। वहीं पीपाड़ में अब तक घोषित 25 नतीजों में से 15 सीट हासिल कर कांग्रेस बहुमत हासिल करने की तरफ बढ़ रही है। बिलाड़ा में भाजपा ने अपना बोर्ड बरकरार रखा है। वहीं पीपाड़ में 17 साल के बाद कांग्रेस का बोर्ड बनने के आसार नजर आ रहे हैं।
कोटा: जिले में इटावा और रामगंजमंडी में कांटे की टक्कर देखने को मिली। इटावा में बीजेपी ने कांग्रेस को शिकस्त देते हुए 35 में से 16 सीटों पर जीत हासिल की है। कांग्रेस को 10 सीटें ही मिल पाईं। 9 निर्दलीय चुनाव जीते हैं। इधर, रामगंजमंडी नगर पालिका में कांग्रेस ने बड़ी जीत हासिल की है। कांग्रेस को 40 में से 20 सीटों पर जीत मिली है जबकि बीजेपी के खाते में 13 सीट गई हैं। 7 निर्दलीयों ने बाजी मारी है।
अभी तक ये रहे नतीजे
प्रदेश के 21 जिलों में जिला परिषद और पंचायत समिति सदस्यों के लिए चार फेज में हुए चुनाव में 636 सदस्यों में से बीजेपी को 353, कांग्रेस को 252, आरएलपी को 10, सीपीआईएम को 2 और 18 निर्दलियों को जीत मिली।
झालावाड़ के जिला परिषद के क्षेत्र-2 के बूथ नंबर 62 (पंचायत समिति डग की ग्राम पंचायत कुमठिया में स्थित) का परिणाम जारी नहीं हो सका था। इस निर्वाचन क्षेत्र के एक बूथ पर 10 दिसंबर को दोबारा मतदान हुआ था।
अब अध्यक्ष पद के लिए मतदान 20 को
अध्यक्ष के लिए 14 दिसंबर को सूचना जारी होगी। नामांकन पत्र 15 दिसंबर को दोपहर 3 बजे तक दाखिल किए जा सकेंगे। नामांकन पत्रों की जांच 16 दिसंबर को होगी। 17 दिसंबर को दोपहर 3 बजे तक नाम वापस लिए जा सकेंगे। चुनाव चिन्हों का आवंटन 17 दिसंबर को होगा। अध्यक्ष के लिए वोटिंग 20 दिसंबर को सुबह 10 बजे से दोपहर 2 बजे तक होगा। गिनती वोटिंग के तुरन्त बाद होगी। उपाध्यक्ष के लिए वोटिंग 21 दिसंबर को होगी।