नई दिल्ली। आज जीएसटी काउंसिल की 41वीं बैठक हुई जिसमें कई महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा की गई। इस बैठक की अध्यक्षता खुद वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने की। आज की बैठक में राज्यों को मिलने वाले जीएसटी मुआवजा और कई प्रॉडक्ट पर जीएसटी रेट्स रिविजन को लेकर विशेष रूप से चर्चा हुई।
कोरोना के कारण केंद्र और राज्यों की कमाई काफी घट गई है। केंद्र का कहना है कि राज्य बाजार से कर्ज उठाए, जबकि राज्यों का कहना है कि यह काम केंद्र करे। जीएसटी काउंसिल की बैठक में क्या कुछ हुआ उसको लेकर खुद वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण मीडिया को संबोधित किया।
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा कि कोविड की वजह से जीएसटी कलेक्शन कम हुआ है। वित्त वर्ष 2021 में जीएसटी कलेक्शन में 2.35 लाख करोड़ रुपए की कमी रह सकती है। उन्होंने कोविड को एक्ट ऑफ गॉड बताया। बैठक में कोई बड़ा फैसला नहीं हो सका।
उम्मीद जताई जा रही थी कि काउंसिल दोपहिया वाहनों पर टैक्स कटौती को लेकर फैसला कर सकती है। वित्त मंत्री निर्मला ने बताया कि दोपहिया वाहनों पर टैक्स कटौती को लेकर कोई टाइमलाइन तय नहीं है। अब संभावना जताई जा रही है कि काउंसिल की अगली बैठक में इस पर विचार हो सकता है। जीएसटी काउंसिल की अगली बैठक सितंबर में होगी।
राज्यों ने एक हफ्ते का वक्त मांगा
राज्यों को दिए जाने वाले कंपनसेशन (बकाया भुगतान) पर चर्चा हुई। वित्त मंत्री ने बताया कि राज्यों को कंपनसेशन के दो विकल्प दिए गए। इन दोनों विकल्पों पर विचार के लिए राज्यों ने एक हफ्ते का वक्त मांगा। कंपनसेशन की यह व्यवस्था वित्त वर्ष 2021 के लिए रहेगी। वित्त सचिव ने वित्त वर्ष 2021 में 65 हजार करोड़ रुपए के कंपनसेशन सेस कलेक्शन की उम्मीद जताई।
ये हैं दो विकल्प
पहला: केंद्र उधार लेकर भुगतान करे।
दूसरा: राज्य खुद आरबीआई से उधार लें।
वित्त सचिव ने कहा- जीएसटी दर बढ़ाने पर चर्चा नहीं
वित्त सचिव ने बताया कि जीएसटी दरों में बढ़ोतरी को लेकर कोई चर्चा नहीं हुई है। वित्त सचिव ने चालू वित्त वर्ष में 3 लाख करोड़ रुपए के कंपनसेशन कलेक्शन की उम्मीद जताई है। वित्त सचिव ने बताया कि राज्यों के जीएसटी कंपनसेशन के लिए अप्रैल से जुलाई अवधि का 1.5 लाख करोड़ रुपए बकाया है।
अभी दोपहिया वाहनों पर 28% जीएसटी
ऑटोमोबाइल सेक्टर लंबे समय से दोपहिया वाहनों पर लगने वाले जीएसटी में कटौती की मांग कर रहा है। मौजूदा समय में दोपहिया वाहनों पर 28 फीसदी जीएसटी लगता है। ऑटोमोबाइल सेक्टर से जुड़े लोग इसे घटाकर 18 फीसदी करने की मांग कर रहे हैं। बजाज ऑटो के एमडी राजीव बजाज का कहना है कि यदि जीएसटी दर घटकर 18 फीसदी पर आ जाती है तो दोपहिया वाहनों की कीमत 10 हजार रुपए तक कम हो सकती है।
वित्त मंत्री ने भी किया जीएसटी घटाने के सुझाव का समर्थन
जीएसटी घटाने के सुझाव पर वित्त मंत्री ने कहा कि ये वास्तव में एक अच्छा सुझाव है, इसे जीएसटी काउंसिल की बैठक में उठाया जाएगा, क्योंकि टू-व्हीलर न तो लग्जरी आइटम है और न ही नुकसानदेह आइटम। इस वक्त टू-व्हीलर पर 28 प्रतिशत जीएसटी लगता है। सीआईआई की तरफ से कहा गया कि वित्त मंत्री ने भरोसा दिया कि इंडस्ट्री की ओर से दिया गया ये एक बेहतर सुझाव है, इसलिए टू-व्हीलर की जीएसटी दरों में बदलने के बारे में सोचा जाएगा।