- प्रदेश को मिला 828 करोड़ रुपए की मेडिकल परियोजनाओं का तोहफा
- मुख्यमंत्री गहलोत ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए समारोह को संबोधित किया
जयपुर। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने बुधवार को 828 करोड़ रुपए की लागत से तैयार भीलवाडा एवं भरतपुर मेडिकल काॅलेज भवन तथा बीकानेर, उदयपुर एवं कोटा के मेडिकल काॅलेजों में सुपर स्पेशियलिटी ब्लाॅक के लोकार्पण किया। उन्होंने मुख्यमंत्री आवास पर ही वीसी के माध्यम से इस लोकापर्ण समाराेह को संबोधित क
इस अवसर पर गहलोत ने कहा कि राजस्थान में दुर्गम इलाकों तक स्वास्थ्य सेवाएं पहुंचाने में लागत अधिक आती है। इसे देखते हुए केन्द्र सरकार राज्य को अतिरिक्त संसाधन उपलब्ध कराए। उन्होंने केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्री डाॅ. हर्षवर्धन से आग्रह किया कि वे जालौर तथा प्रतापगढ़ तथा राजसमन्द में निजी मेडिकल काॅलेज के नियम में शिथिलता प्रदान कर सरकारी मेडिकल काॅलेज खोलने की स्वीकृति दें। डाॅ. हर्षवर्धन ने भी कहा कि राजस्थान सरकार की तत्परता से ही 75 नए मेडिकल काॅलेज में से राजस्थान को सबसे ज्यादा 15 मेडिकल काॅलेज मिले।
सिलिकोसिस के लिए राष्ट्रीय स्तर पर भी बने कार्ययोजना
गहलोत ने कहा कि नाॅन-कोविड मरीजों को स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध कराने के लिए प्रदेश में मोबाइल ओपीडी वैन संचालित की गईं। उन्होंने कहा कि सिलिकोसिस जैसी गंभीर बीमारी से ग्रस्त लोगों को राहत देने के लिए प्रदेश में नई पाॅलिसी लाई गई है। उन्होंने केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्री से आग्रह किया कि वे इस घातक बीमारी के उन्मूलन के लिए राष्ट्रीय स्तर पर कार्ययोजना बनाएं।
कोटा और उदयपुर मेडिकल काॅलेज के सुपर स्पेशलिटी विभाग में 10 नवीन पद सृजित
सीएम गहलोत ने कोटा एवं उदयपुर मेडिकल काॅलेज के सुपर स्पेशलिटी विभाग में आचार्य के 6, सह आचार्य के 3 एवं सहायक आचार्य के एक नवीन पद सृजन को मंजूरी दी है। साथ ही, सह आचार्य के 1 पद को आचार्य में अपग्रेड किया गया है।
मुख्यमंत्री ने उदयपुर मेडिकल काॅलेज में एण्डोक्रायोनोलाॅजी, यूरोलाॅजी, प्लास्टिक सर्जरी, पीडियाट्रिक सर्जरी, जीआई सर्जरी में आचार्य के एक-एक पद, कोटा मेडिकल काॅलेज में न्यूरो सर्जरी आचार्य के एक पद, मेडिकल काॅलेज उदयपुर में यूरोलाॅजी तथा जीआई सर्जरी के सह आचार्य के एक-एक पद, मेडिकल काॅलेज कोटा में प्लास्टिक सर्जरी के सह आचार्य के एक पद तथा मेडिकल काॅलेज उदयपुर में जीआई सर्जरी के सहायक आचार्य के एक पद को स्वीकृति दी है। उन्होंने उदयपुर मेडिकल काॅलेज में ही गेस्ट्रोएण्ट्रोलाॅजी के पूर्व में स्वीकृत सह आचार्य पद को आचार्य के पद पर अपग्रेड किया है।