स्वच्छ सर्वेक्षण 2020: लगातार चौथी बार देश का सबसे स्वच्छ शहर बना इंदौर

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नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए स्वच्छता सर्वेक्षण के पांचवें संस्करण ‘स्वच्छ सर्वेक्षण 2020’ के परिणामों की घोषणा की। लगातार चौथी बार मध्यप्रदेश के शहर इंदौर को सबसे स्वच्छ शहर का खिताब हासिल हुआ। वहीं गुजरात के सूरत को दूसरा और महाराष्ट्र के नवी मुंबई को तीसरा स्थान प्राप्त हुआ है। इस दौरान साफ-सफाई को लेकर बेहतर प्रदर्शन करने वाले शहरों को पुरस्कृत भी किया गया। इसके अलावा प्रधानमंत्री ने देश के कुछ ‘स्वच्छाग्रहियों’ और सफाईकर्मियों से बातचीत भी की।

केंद्रीय मंत्री हरदीप पुरी ने मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को इंदौर के सबसे स्वच्छ शहर बनने पर बधाई भी दी। सर्वेक्षण में 100 से ज्यादा शहरों वाले राज्य में सबसे साफ राज्य छत्तीसगढ़ और 100 से कम शहरों वाले राज्य में सबसे साफ राज्य झारखंड घोषित किया गया।

स्वच्छता सर्वेक्षण के सबसे पहले संस्करण में मैसूर को सबसे स्वच्छ शहर का खिताब हासिल हुआ था। इसके बाद लगातार चार सालों 2017, 2018, 2019 और 2020 से इस खिताब को मध्यप्रदेश का इंदौर शहर अपने नाम कर रहा है।

जालंधर कैंट बनी सबसे स्वच्छ छावनी
केंद्रीय मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने ट्वीट कर कहा, ‘स्वच्छता के सिपाही। स्वच्छ सर्वेक्षण 2020 में भारत की सबसे स्वच्छ छावनी होने के लिए जालंधर कैंट को हार्दिक बधाई।’

वाराणसी बना गंगा के किनारे बसा सबसे साफ शहर
केंद्रीय मंत्री ने ट्वीट कर कहा, ‘प्राचीन पवित्र शहर वाराणसी गंगा नदी के किनारे बसा सबसे साफ शहर है। लोकसभा में शहर का प्रतिनिधित्व करने वाले प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी को उनके दूरदर्शी नेतृत्व के लिए हार्दिक बधाई, जिन्होंने इस उपलब्धि के लिए शहर के लोगों को प्रेरित किया है।’

एक लाख से ज्यादा आबादी वाला सबसे स्वच्छ शहर बना शाहजहांपुर
एक लाख से अधिक की आबादी वाली श्रेणी में अधिकतम नागरिक भागीदारी के मामले में सर्वश्रेष्ठ शहर का खिताब उत्तर प्रदेश के शाहजहांपुर को मिला है। वहीं एक लाख से कम आबादी वाले शहरों की श्रेणी में सर्वश्रेष्ठ शहर का खिताब उत्तराखंड के नंदप्रयाग को मिला है।

दस लाख से कम आबादी वाले शहरों में अंबिकापुर नंबर वन
दस लाख से कम आबादी वाले सबसे साफ शहरों की लिस्ट में पहले नंबर पर अंबिकापुर, दूसरे नंबर पर मैसूर और तीसरे नंबर पर नई दिल्ली रहा है।
100 से ज्यादा शहरी स्थानीय निकाय वाले राज्यों में पहले नंबर पर छत्तीसगढ़, दूसरे नंबर पर महाराष्ट्र और तीसरे नंबर पर मध्य प्रदेश रहा है।