कोटा । लॉकडाउन के कारण पिछले दो माह में शहर की पूरी अर्थव्यवस्था चौपट हो गई है। इसका सबसे बड़ा आघात कोचिंग संस्थान बंद होने से हॉस्टल व्यवसाय पर पड़ा है। इस व्यवसाय में करीब 15 हजार करोड़ का निवेश फंसा हुआ है। अब हालत यह है कि कर्ज लेकर बनाये हॉस्टल की किश्ते चुकाना भी मुश्किल हो गया है।
यह बात कोटा व्यापार महासंघ और दी एसएसआई एसोसिएशन की संयुक्त चिंतन बैठक में उभर कर सामने आई। गुरुवार को पुरुषार्थ भवन में करीब 4 घंटे चली बैठक में 2 माह से अधिक समय से चल रहे लॉकडाउन के दौरान बंद से शहर के व्यापार एवं उद्योग जगत के हर सेक्टर का गंभीरता से आकलन किया। बैठक की अध्यक्षता स्वायत्तशासन मंत्री शांति धारीवाल ने की।
कोटा व्यापार महासंघ के महासचिव अशोक माहेश्वरी ने कहा कि किसी भी देश की अर्थव्यवस्था एक सेक्टर पर टिकी नहीं रहना चाहिए। इसी को देखते हुए शहर में औद्योगिक विकास एवं पर्यटन की संभावनाओं को देखते हुए एवं कृषि जिंसों की भरमार को देखते हुए अन्य क्षेत्रों को भी विकास होना चाहिए। इसके लिए शहर में प्रस्तावित ग्रीन फील्ड एयरपोर्ट की स्थापना की मांग भी की जा रही है। व्यापार महासंघ संबंधित मांगों पर भी चिंतन कर एक एजेंडा बनाकर केन्द सरकार के सामने रखेगा। उन्होंने कहा कि शहर के हॉस्टल व्यवसाय मे 15000 करोड का निवेश पिछले 10 वर्षों से हुआ है, जो अपने आप में बहुत बड़ा निवेश है। जो शहर में कोचिंग बंद से संकट में आ गया है।
उन्होंने बताया कि 15 लाख की आबादी का यह शहर सुचारु रुप से अपनों को रोजगार उपलब्ध करा सके इसके लिए व्यापार उद्योग जगत शहर की नई दिशा देने का कार्य करेगा। इन सभी बातों से प्रधानमंत्री, वित्त मंत्री एवं लोकसभा अध्यक्ष को भी अवगत कराकर केंद्र सरकार से इनको राहत देने के लिए विशेष पैकेज की मांग की जाएगी। इस व्यवसाय पर आए कुठाराघात को देखते हुए इनके ऋणों पर 1 साल का ब्याज माफ करने एवं 1साल की किस्तें स्थगित की जाने की भी मांग जाएगी।
कोटा व्यापार महासंघ के अध्यक्ष क्रांति जैन ने बताया कि वर्तमान में कोचिंग व्यवसाय के बंद होने से शहर के सभी सेक्टर रियल स्टेट, निर्माण कार्य, बिल्डिंग मैटेरियल, सेनेटरी, होटल, रेस्टोरेंट, बुक सेलर, किराना, रेडीमेड, सब्जी, छोटे-छोटे खाने के सामान बेचने वाले, बेकरी, पार्लर, ट्रांसपोर्टेशन, ऑटो चालक जो कर्जे लेकर अपना व्यवसाय का संचालन कर रहा था, अब उन सभी का व्यवसाय कोचिंग बंद होने से खतरे में पड़ गया है।
दी एसएसआई एसोसिएशन के संस्थापक अध्यक्ष गोविंदराम मित्तल, अध्यक्ष मुकेश गुप्ता, सचिव कृष्णकान्त अग्रवाल एवं पूर्व अध्यक्ष कमलदीप सिंह एवं मनोज राठी ने बताया ओद्योगिक क्षेत्रों में मजदूरों के पलायन से आ रही समस्याओं से अवगत कराया। एलन कैरियर इंस्टीट्यूट के निदेशक नवीन माहेश्वरी ने बताया की कोटा की इमेज कोचिंग एवं हॉस्टल के लिए बहुत अच्छी है। हम पुनःकोचिंग को शुरू करने के लिए पूरी तरह से सरकार की गाइड लाइन के अनुसार तैयार हैं।
राजस्थान सरकार के स्वायत्त शासन मंत्री शांति धारीवाल ने सभी वक्ताओं को गंभीरता से सुन कर कहा कि आप सभी की उचित मांगों को हम राज्य सरकार के समक्ष रखकर आपको राहत दिलाने का पूरा प्रयास करेंगे।
इन्होंने भी बताई समस्या
बैठक में मोशन इंस्टीट्यूट के निदेशक नितिन विजय, न्यू कोटा हॉस्टल एसोसिएशन के अध्यक्ष अशोक लोढा एवं चंबल हॉस्टल एसोसिएशन के अध्यक्ष शुभम अग्रवाल, हाड़ोती कोटा स्टोन इंडस्ट्रीज एसोसिएशन के संस्थापक अध्यक्ष राजेश गुप्ता, अध्यक्ष राज नारायण गर्ग, उद्यमी प्रमोद पालीवाल, गुमानपुरा दुकानदार संघ के अध्यक्ष संजय शर्मा, न्यू कोटा होटल एंड रेस्टोरेंट एसोसिएशन के अध्यक्ष राजकुमार माहेश्वरी, होटल रिर्सोंट व्यवसायी जवाहर बंसल, अजय खत्री एवं सुभाष गांधी, रीयल स्टेट से दीपक राजवंशी एवं प्रदीप दाधीच, अजय खत्री, हाडोती आफसेट प्रिन्टर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष सुमित प्रकाश शर्मा, उपाध्यक्ष नवीन द्विवेदी, सचिव विमल शर्मा, कोटा ग्रेन एण्ड सीडस मर्चेंट्स एसोसिएशन के सचिव महेंद्र जैन एवं पूर्व अध्यक्ष राजेंद्र खंडेलवाल ने लॉकडाउन से उत्पन्न समस्या बताई।
श्री सर्राफा बोर्ड के अध्यक्ष सुरेंद्र गोयल विचित्र, कोटा व्यापार महासंघ के वरिष्ठ उपाध्यक्ष सत्यभान सिंह, ऑटोमोबाइल क्षेत्र से राजेंद्र अग्रवाल, प्रेम भाटिया एव ईश्वर गम्भीर, स्टोन मर्चेंट विकास समिति के पूर्व अध्यक्ष घनश्याम गुप्ता एवं राकेश पाटोदी , स्टोन ग्रेनाइट मार्बल उद्योग संघ के अध्यक्ष देवेंद्र जैन, खादी ग्रामउद्योग संघ के अध्यक्ष राजेंद्र जैन, निर्वाचित अध्यक्ष जम्बू जैन, कोटा व्यापार महासंघ के सचिव मुकेश भटनागर एवं यश मालवीय, कोटा व्यापार महासंघ के उपाध्यक्ष नंदकिशोर शर्मा, अनिमेष जैन, पुरानी धान मंडी थोक व्यापार संघ के अध्यक्ष कैलाश चंद जैन कोटा रीजन ट्रैक्टर डीलर एसोसिएशन के अध्यक्ष अनिल मूंदड़ा, स्कूल वेलफेयर सोसाइटी के महामंत्री संजय शर्मा, शहर जिला काग्रेस कमेटी के अध्यक्ष एवं नगर विकास न्यास के पूर्व अध्यक्ष रविंद्र त्यागी, हाडोती विकास मोर्चा के अध्यक्ष राजेंद्र सांखला ने भी अपने विचार रखे।