चुनिंदा घरेलू उड़ानें 25 मई से शुरू होंगी, बीच की सीट खाली नहीं रहेगी

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नई दिल्ली। देश में 62 दिनों के बाद 25 मई से घरेलू उड़ानों की शुरुआत होगी। नागरिक उड्डयन मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने बुधवार को कहा, “घरेलू उड़ानें 25 मई से शुरू होंगी। शुरुआत में कुछ ही उड़ानें संचालित होंगी। हम हालात का जायजा लेंगे। इसके बाद फ्लाइट्स बढ़ाई जा सकती हैं। सभी एयरपोर्ट्स और एयरलाइन कंपनियों को 25 मई से ऑपरेशंस शुरू करने के बारे में बताया जा रहा है।” देश में अंतरराष्ट्रीय उड़ानें 23 मार्च और घरेलू उड़ानें 25 मार्च से बंद हैं।

केंद्रीय मंत्री ने कहा, ”बीच की सीट खाली रखना ठीक नहीं है। अगर बीच की सीट खाली रखी जाती है तो भी सोशल डिस्टेंसिंग का पालन नहीं हो पाएगा। ऐसा करने पर टिकट की कीमत में 33 प्रतिशत की बढ़ोतरी भी करनी होगी।”

आवागमन के लिए अलग से एसओपी जारी होगा- पुरी
पूरी ने कहा कि मंत्रालय यात्रियों के आवागमन के लिए अलग से स्टैंडर्ड ऑपरेटिंग प्रोसीजर (एसओपी) जारी करेगा। हालांकि, इससे पहले 12 मई को मंत्रालय ने इस एसओपी का ड्राफ्ट जारी कर एयरलाइंस और एयरपोर्ट्स से सुझाव मांगे थे। उड्डयन मंत्रालय ने पिछले दिनों कंपनियों को टिकटों की बुकिंग नहीं करने के लिए कहा था।

लॉकडाउन फेज-4 में उड़ानों पर प्रतिबंध जारी रहेगा। स्टेटिस्टा के मुताबिक, देश में हर महीने औसतन 1.3 करोड़ और सालाना 14 करोड़ यात्री घरेलू उड़ानों में सफर करते हैं। 2019 में देश में करीब 7 करोड़ लोगों ने अंतरराष्ट्रीय उड़ानों में सफर किया।

मंत्रालय ने एयरलाइंस से मांगे थे सुझाव
12 मई को सभी एयरलाइंस और एयरपोर्ट ऑपरेटरों को एसओपी का ड्राफ्ट जारी कर सुझाव मांगे गए थे। इसमें कहा गया था कि उड़ानें शुरू होने के पहले फेज में 80 साल से ऊपर के व्यक्ति को यात्रा की इजाजत ना दी जाए। ड्राफ्ट में कहा गया कि शुरुआती चरण में केबिन में बैग ले जाने की इजाजत ना दी जाए। अगर किसी यात्री या स्टाफ में संक्रमण का कोई लक्षण दिखाई दे रहा है और आरोग्य सेतु ऐप पर ग्रीन सिग्नल नहीं आ रहा है, तो ऐसे व्यक्ति को एयरपोर्ट टर्मिनल बिल्डिंग में दाखिल होने की इजाजत नहीं दी जाएगी।

  • यात्री अपने साथ केवल एक 20 किलो का बैग ले जाने की मंजूरी दी जाए।
  • अगर किसी भी यात्री में संक्रमण का कोई लक्षण दिखेगा तो उसे यात्रा की अनुमति ना दी जाए।
  • यात्रियों को आरोग्य सेतु ऐप डाउनलोड करना अनिवार्य हो। ऐप में ग्रीन सिग्नल मिलने पर ही यात्रा करने दी जाए।
  • फ्लाइट में सोशल डिस्टेंसिंग रखी जाए। लाइन लगाते समय भी दूरी रखी जाए।
  • ड्यूटी में लगे कर्मचारियों को पीपीई किट पहनना होगी।
  • केवल वेब चेक-इन होगा। बहुत जरूरत पड़ने पर ही प्रिंटेड बोर्डिंग पास और चेक-इन बैगेज दिए जाएं।
  • यात्रियों को मास्क, ग्लव्स, जूते, पीपीई किट आदि पहनना होगा।
  • यात्रा के समय से दो घंटे पहले एयरपोर्ट पर पहुंचना होगा।
  • फ्लाइट में आगे की तीन सीट मेडिकल इमरजेंसी वाले यात्रियों के लिए आरक्षित की जाए।