नई दिल्ली। रामानंद सागर की उत्तर रामायण में भगवान राम के बेटे लव की भूमिका मयूरेश क्षत्रमादे ने निभाई थी। मुंबई में जन्में और पले-बढ़े मयूरेश क्षत्रमादे तब स्कूल में पढ़ रहे थे। उनके जुड़वां भाई कुश की भूमिका स्वप्निल जोशी ने निभाई थी। स्वप्निल जोशी की तरह मयूरेश क्षत्रमादे ने एक्टिंग को अपना करियर नहीं बनाया। उन्होंने यूनिवर्सिटी ऑफ बॉम्बे से स्टेटेटिक्स में बैचलर डिग्री ली और मास्टर्स इन इकोनॉमिक्स उसी यूनिवर्सिटी से किया।
उन्होंने आगे पढ़ाई जारी रखी और टेक्सास यूनिवर्सिटी से इकोनॉमिक्स में एमएस किया। मयूरेश अभी 44 साल के हैं। मयूरेश क्षत्रमादे में न्यूजर्सी में हैं। मयूरेश एक्टिंग छोड़ अब एक कंपनी के सीईओ बन गए हैं। रामायण के पुन:प्रसारण ने दूरदर्शन पर टीआरपी के सारे रिकॉर्ड तोड़ दिए और इसमें काम करने वाले कलाकारों को लेकर दर्शकों को जानने का खूब जिज्ञासा रही। मयूरेश पूरी तरह से लाइम लाइट से दूर थे क्योंकि उन्होंने इस क्षेत्र को ही छोड़ दिया लेकिन दर्शकों का प्यार उन्हें एक बार फिर खींच लाया। उन्होंने पहली बार इस बाते में बात की और लोगों को इतना प्यार देने पर शुक्रिया कहा।
मयूरेश ने इंस्टाग्राम पर लिखा, ‘पिछले कुछ दिनों से लगातार चीजें दिल को छू रही हैं! मैंने अभिनय तब शुरू किया जब मैं पांच साल का था और मुझे अप्रैल 1989 की वह शाम अब भी याद है जब मेरे माता-पिता को मेरे उत्तर रामायण में ‘लव’ का किरदार निभाने के लिए चुने जाने की सूचना मिली थी। वो 31 साल पहले की बात थी और मैं तब 12 साल का था। पूरा अनुभव मंत्रमुग्ध कर देने वाला था।
हालांकि मैंने अभिनय की दुनिया छोड़ दी जब मैं 1999 में अमेरिका चला गया। लेकिन उत्तर रामायण में लव के किरदार ने मेरे दिलोदिमाग पर एक स्थायी छाप छोड़ दी थी। ईमानदारी से कहूं, मैं तब से उन दिनों के बारे में बहुत सोचता नहीं था। हालांकि, इंस्टाग्राम और लिंक्डइन पर पिछले सप्ताह से मुझे मिले हजारों पॉजिटिव और एनकरेजिंग मैसेजेस ने पुरानी यादों को ताजा कर दिया है। मैं रामानंद सागर और पूरी यूनिट का आभारी हूं कि मुझे इतनी सशक्त कहानी कहने का मौका मिला।
मैं अब एक प्रोफेशनल एक्टर नहीं हूं, लेकिन प्रभावी कहानी कहने का महत्व मेरे साथ रहा है। उत्तर रामायण में लव के रूप में मेरे अनुभव ने बिजनेस लीडर के रूप में मेरी ग्रोथ को सकारात्मक रूप दिया है। आपके सभी कमेंट्स और मैसेजेस के लिए फिर से धन्यवाद! और मेरे परिवार, मेरे दोस्तों और सबसे महत्वपूर्ण रूप से मेरे माता-पिता को धन्यवाद जिन्होंने हमेशा मेरे लिए जीवन को वास्तविक रखा है और चाइल्ड स्टार होने का गुमान कभी मेरे सिर पर चढ़ने नहीं दिया।’