मुंबई। कोरोना वायरस की वजह से शेयर बाजारों में भारी गिरावट ने डेट म्यूचुअल फंड के निवेशकों को खुश कर दिया है। इक्विटी म्यूचुअल फंडों का प्रदर्शन पिछले एक साल के दौरान जहां बहुत ही खराब रहा है, वहीं दूसरी ओर डेट म्यूचुअल फंडों ने इस दौरान बेहतर प्रदर्शन किया है।
आंकड़े बताते हैं कि इक्विटी म्यूचुअल फंडों में इक्विटी इंफ्रा की कटेगरी का एक साल का रिटर्न 34.21 फीसदी घाटे में रहा है जबकि फोकस्ड फंड कटेगरी का रिटर्न 21.44 फीसदी घाटे में रहा है। इंडेक्स फंड ने इस दौरान 26.49 फीसदी का घाटा दिया है तो लॉर्ज कैप ने 25.70, मिड कैप ने 26.28 और मल्टी कैप ने 25.37 फीसदी का घाटा दिया है। हालांकि इस दौरान इनके सबसे बुरे प्रदर्शन की बात करें तो इन सभी का घाटा 34 फीसदी से अधिक रहा है।
इसी तरह एफएमसीजी सेक्टर ने 15.46 फीसदी का घाटा दिया है तो हेल्थकेयर सेक्टर ने इन सबमें सबसे कम यानी 4.36 फीसदी का घाटा दिया है। स्माल कैप ने 31.76 फीसदी का और कांट्रा फंड ने 29.99 फीसदी का नुकसान दिया है। यही नहीं, वैल्यू फंड, ईएलएसएस, वित्तीय सेवाओं के सेक्टर और टेक्नोलॉजी जैसे सेक्टर के फंडों ने भी 20 फीसदी से ज्यादा घाटा इस एक साल के दौरान दिया है।
इसके उलट अगर फिक्स्ड इनकम की बात करें तो इसमें 10 साल की सरकारी प्रतिभूतियों का रिटर्न 15 फीसदी का रहा है जबकि बैंकिंग एवं पीएसयू ने 9.52 फीसदी का लाभ दिया है। सरकारी बांडों का रिटर्न इस दौरान 12.81 फीसदी रहा है तो लांग ड्यूरेशन फंडों का रिटर्न 15 फीसदी से ऊपर रहा है। कॉर्पोरेट बांडों ने 7.55 फीसदी का रिटर्न दिया है तो डायनॉमिक बांड ने 8.15 फीसदी का रिटर्न एक साल में दिया है। शॉर्ट ड्यूरेशन फंडों की कटेगरी ने 4.14 फीसदी और अल्ट्रा शॉर्ट ड्यूरेशन की कटेगरी ने 6.29 फीसदी का लाभ दिया है।
किसका कैसा रहा प्रदर्शन?
इक्विटी फंड कटेगरी | रिटर्न फीसदी में | डेट फंड कटेगरी | रिटर्न फीसदी |
इंफ्रा | -34.21 | फिक्स्ड इनकम | 15 |
फोकस्ड फंड | -21.44 | बैंकिंग एवं पीएसयू | 9.52 |
इंडेक्स फंड | -26.49 | सरकारी बांड | 12.81 |
लॉर्ज कैप | -25.70 | लांग ड्यूरेशन | 15 |
मिड कैप | -26.28 | कॉर्पोरेट बांड | 7.55 |
मल्टीकैप | -25.37 | डायनॉमिक बांड | 8.15 |