कोटा। कोटा जंक्शन के तीनों प्रवेश द्वारों से प्लेटफॉर्म पर जाने वाले यात्रियों को सुरक्षा जांच से गुजरना पड़ेगा। अभी तक अनारक्षित बुकिंग कार्यालय के पास वाले गेट पर ही सामान और यात्रियों की सुरक्षा जांच की सुविधा उपलब्ध है। अब प्लेटफॉर्म एक के वीआईपी गेट और प्लेटफॉर्म नम्बर चार के गेट पर भी सुरक्षा प्रणाली स्थापित की जा रही है।
इसके तहत बैग स्केनर और अन्य उपकरण लगाए जाएंगे। इन्हें स्थापित करने की प्रक्रिया शुरू हो गई है। इसी सप्ताह यह सुविधा मिलने लग जाएगी। एक गेट पर सुरक्षा प्रणाली स्थापित करने पर करीब 45 लाख रुपए खर्च होंगे। इसके अलावा प्लेटफॉर्म और स्टेशन के बाहर 60 से अधिक सीसीटीवी कैमरे लगाए जाएंगे।
स्टेशन पर आने के लिए ट्रेक के किनारे के अवैध रास्तों को बंद किया जाएगा। इसके बाद केवल तीन द्वारों से ही यात्रियों का निकास और प्रवेश हो सकेगा। ऐसे में कोटा जंक्शन पर आने वाले हर यात्री और व्यक्ति की निगरानी सीसीटीवी कैमरों से हो सकेगी।
देशभर में सुदृढ़ कर रहे निगरानी तंत्र
देशभर में 202 रेलवे स्टेशनों पर निगरानी तंत्र सुदृढ़ करने के लिए क्लोज सर्किट टेलीविजन कैमरा नेटवर्क, एक्सेस कंट्रोल के जरिए स्टेशनों की निगरानी वाली एकीकृत सुरक्षा प्रणाली विकसित की जा रही है। इसी के तहत कोटा जंक्शन पर एकीकृत सुरक्षा प्रणाली विकसित की जा रही है।
रोज 46 हजार यात्रियों का आना-जाना
यात्रियों की सुरक्षा को बढ़ाने के लिए देशभर में जनवरी 2020 तक 2136 सवारी डिब्बों और 522 रेलवे स्टेशनों पर सीसीटीवी कैमरे मुहैया किए गए हैं। कोटा जंक्शन पर पर्याप्त संख्या में सीसीटीवी कैमरे लगने के बाद राजकीय रेलवे पुलिस और रेलवे सुरक्षा बल को अपराध नियंत्रण करने में आसानी होगी। कोटा जंक्शन रोज औसत 46 हजार से ज्यादा यात्रियों का आना-जाना होता है। यहां छह प्लेटफॉर्म हैं, ऐसे में एकीकृत सुरक्षा प्रणाली की जरूरत लंबे समय से महसूस की जा रही थी।