जयपुर। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा है कि हमारा प्रयास सब को मकान के उद्देश्य को ध्यान में रख करने का है। साथ ही हाउसिंग बोर्ड के मकान क्वालिटी के ही बनेंगे। इन मकानों की गुणवत्ता पर पहले सवाल उठते रहे हैं। मुख्यमंत्री ने यह बात रविवार को हाउसिंग बोर्ड के राज्य स्तरीय स्वर्ण जयंती समारोह में मुख्य अतिथि के तौर पर अपने संबोधन में कही।
उन्होंने हाउसिंग बोर्ड के पहले मुखिया के तौर पर काम करने वाले स्वतंत्रता सेनानी द्वारका प्रसाद पुरोहित को याद करते हुए कहा कि उन्होंने 70 के दशक में ‘हर व्यक्ति को आवास’ के लक्ष्य के साथ अपना काम शुरू किया था। मैं द्वारका दास जी को निजी तौर पर जानता था। मेरे राजनीतिक जीवन की शुरुआत भी तभी हुई।
20 साल पहले जब मैं मुख्यमंत्री बना तब हाउसिंग बोर्ड की हालत अच्छी नहीं थी। तब भी हमने इसकी माली हालत सुधारने के प्रयास किए थे। तब कई कर्मचारियों को तो हमने दूसरे विभागों में नियुक्त किया था। इसके लिए हम केबिनेट से प्रपोजल पास करवा कर लाए।
गहलोत ने कहा, पिछली सरकार ने कहा था कि हाउसिंग बोर्ड को तो ताला लगा देना चाहिए। आज हम देखें तो बोर्ड ने पांच महीने में ही 700 करोड़ का राजस्व प्राप्त किया है। साथ ही एक हजार करोड़ रुपए की अपनी जमीन अतिक्रमण से मुक्त करवाई है जो सराहनीय है। इसके लिए उन्होंने हाउसिंग बोर्ड के कमिश्नर पवन अरोडा और यूडीएच मंत्री शांति धारीवाल की प्रशंसा की। मुख्यमंत्री ने कहा कि बोर्ड सरकारी कर्मचारियों के लिए किस्तों पर मकान की सुविधा शुरू कर रहा है जो सराहनीय है।
वहीं शांति धारीवाल ने अपने संबोधन में कहा कि हाउसिंग बोर्ड को अब हम पॉवर दिलाने जा रहे हैं। इसके लिए विधानसभा के इसी सत्र में कानून पारित कराया जाएगा। यह प्रस्ताव केबिनेट से मंजूर हो चुके हैं। साथ ही हाउसिंग बोर्ड को बकाया वसूली के लिए अधिकार दिए जाएंगे और ब्याज और पेनल्टी के लिए एमनेस्टी योजना लाई जाएगी। धारीवाल ने कहा कि आज तक आपने नहीं सुना होगा कि बोर्ड ने एक हजार करोड़ की जमीन से अतिक्रमण हटा दिए, जबकि बोर्ड के पास एक कांस्टेबल तक नहीं है।
कार्यक्रम में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, मंत्री शांति धारीवाल, मुख्य सचेतक महेश जोशी, मंत्री बीडी कल्ला, प्रताप सिंह खाचरियावास, मुख्य सचिव डीबी गुप्ता सहित बोर्ड के पूर्व चेयरमैन, अधिकारी व कर्मचारी शामिल रहे।
इससे पहले हाउसिंग बोर्ड कमिश्नर पवन अरोड़ा ने कहा, सीएम गहलोत ने जयपुर में विदेशों जैसे बड़े प्रोजेक्ट शुरू किए, घाट की गूणी टनल, मेट्रो,एलिवेटेड रोड की सौगात सीएम ने दी है। बोर्ड ने सिर्फ पांच महीने में 700 करोड़ का राजस्व अर्जित किया है। संभव है यह राशि एक हजार कराड़ तक पहुंच जाए। अरोड़ा ने ऐलान भी किया कि अब बोर्ड नीलामियों के साथ ही लोन मेला भी लगाएगा। उन्होंने कहा हम अब बेहतर डिजाइन के मांग आधारित मकान बना रहे हैं।