नई दिल्ली। भारत में जनगणना 2021 की तैयारियां शुरू हो गई है। इसकी जानकारी जुटाने के लिए जनगणना कर्मी एक अप्रैल से 30 सितंबर के बीच आपके घर विजिट करेंगे और आपसे शौचालय, टीवी, वाहन और मोबाइल समेत 31 चीजों की जानकारी इकट्ठा करेंगे। जनगणना के साथ ही आपसे राष्ट्रीय जनसंख्या रजिस्टर (एनपीआर) की भी जानकारी ली जाएगी। इसे सरकार ने सितंबर 2020 तक तैयार करने का लक्ष्य तय किया है।
महापंजीयक और जनगणना आयुक्त की ओर से जारी अधिसूचना के मुताबिक, जनगणना अधिकारियों ने बताया कि मोबाइल नंबर सिर्फ जनगणना के मकसद से ही पूछा जाएगा और उसका कहीं अन्य इस्तेमाल नहीं होगा। जनगणना पारंपरिक पेन और पेपर के बजाय मोबाइल फोन एप्लीकेशन के जरिये होगी।
पूछे जाएंगे यह सवाल
- बिल्डिंग नंबर (म्यूनिसिपल या स्थानीय अथॉरिटी नंबर)
- सेंसस हाउस नंबर
- मकान की छत, दीवार और सीलिंग में मुख्य रूप से इस्तेमाल हुआ मटीरियल
- मकान का इस्तेमाल किस उद्देश्य से हो रहा है
- मकान की स्थिति
- मकान का नंबर
- घर में रहने वाले लोगों की संख्या
- घर के मुखिया का नाम
- मुखिया का लिंग
- क्या घर के मुखिया अनुसूचित जाति/जनजाति या अन्य समुदाय से ताल्लुक रखते हैं
- मकान का मालिकाना स्तर
- मकान में मौजूद कमरे
- घर में कितने शादीशुदा जोड़े रहते हैं
- पीने के पानी का मुख्य स्त्रोत
- घर में पानी के स्त्रोत की उपलब्धता
- बिजली का मुख्य स्त्रोत
- शौचालय है या नहीं
- किस प्रकार के शौचालय हैं
- ड्रेनेज सिस्टम
- शौचालय है या नहीं
- रसोई घर है या नहीं, इसमें एलपीजी/पीएनजी कनेक्शन है या नहीं
- रसोई के लिए इस्तेमाल होने वाला ईंधन
- रेडियो/ट्रांजिस्टर
- टेलीविजन
- इंटरनेट की सुविधा है या नहीं
- लैपटॉप/कंप्यूटर है या नहीं
- टेलीफोन/मोबाइल फोन/स्मार्टफोन उपयोग करते हैं या नहीं
- साइकिल/स्कूटर/मोटर साइकिल/मोपेड है या नहीं
- कार/जीप/वैन है या नहीं
- घर में किस अनाज का मुख्य रूप से उपभोग होता है
- मोबाइल नंबर